
374 रन का पीछा कर रही इंग्लैंड टीम जैसे ही 367 पर ऑल आउट हुई, वैसे ही भारत के क्रिकेट फैंस बोले — “बेसिल बैट्समैन नहीं, सिराज भाई बचे!” ओवल टेस्ट का आखिरी दिन किसी थ्रिलर मूवी से कम नहीं था। मोहम्मद सिराज ने साबित कर दिया कि बाउंड्री के बाहर गए थे, पर सोच और गेंद दोनों अभी भी लाइन के अंदर हैं।
सब कुछ ठीक चल रहा था, जब तक सिराज ने कैच नहीं पकड़ा!
कैच पकड़ा, बाउंड्री छू ली, और फिर सोशल मीडिया पर बल्ले की नहीं, जले हुए फैंस की चमड़ी की बारी आई। सिराज ने हैरी ब्रूक का कैच तो लपका, पर पैर बाउंड्री पर। 6 रन मिल गए ब्रूक को और आलोचना मिल गई सिराज को। बस फिर क्या था – ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। लेकिन कमाल की बात ये रही कि वही सिराज ब्रूक को बाद में बोल्ड कर गए – जैसे कह रहे हों, “तेरे छक्के तो गए, पर अब तू भी!”
जायसवाल बोले – “जब Team लड़खड़ाए, तो Opening में धमाल मचाओ!”
जब भारत की दूसरी पारी में विकेट झरने लगे तो यशस्वी जायसवाल ने कहा – “Relax, मैं हूँ!” 118 रनों की शतकीय पारी खेलकर इंग्लैंड को बता दिया कि आज का क्रिकेटर सिर्फ आईपीएल से नहीं, टेस्ट से भी चढ़ता है। और जो बल्लेबाज़ी की वो इतनी शुद्ध थी कि ऑर्गेनिक लेबल तक चिपक जाए।
कृष्णा-सिराज: बॉलिंग में ‘जुड़वाँ संकट’
प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज की जोड़ी ऐसी लगी जैसे Netflix की क्राइम पार्टनर डुओ – एक धमाका करता, दूसरा विस्फोट। दोनों ने दोनों पारियों में 4-4 विकेट चटकाए, जैसे कह रहे हों – “इंग्लैंड वालों, लौट जाओ – छुट्टियाँ खत्म हुईं!” उनकी बॉलिंग से इंग्लैंड की बैटिंग ऐसी लगी जैसे शांति निकेतन में बवंडर आ गया हो।
जो रूट और ब्रूक – “घबराओ मत, इंग्लैंड है ना”
जब भारत को लग रहा था कि जीत बस दो स्पेल दूर है, तभी जो रूट और हैरी ब्रूक ने ऐसा खेल दिखाया कि लगने लगा कि मैच कहीं फिर से इंग्लैंड न ले जाए। 195 रन की पार्टनरशिप, और ब्रूक ने 91 गेंदों पर सेंचुरी ठोक दी। ब्रूक के बल्ले ने भारत के गेंदबाज़ों को स्लीप मोड में भेज दिया था। लेकिन फिर… सिराज का अलार्म बजा!
आखिरी ओवरों में – एटकिंसन Out, इंग्लैंड की उम्मीद Gone
गस एटकिंसन जब बॉलिंग कर रहे थे तब इंडिया फैंस उनको lightly ले रहे थे, लेकिन जब वही बैट लेकर crease पर टिकने लगे, तो सबकी सांस अटकने लगी। तभी सिराज ने आखिरी गियर डाला और एटकिंसन के स्टंप्स उड़ा दिए – “Game Over!” गेंद ने ना सिर्फ विकेट उड़ाया, बल्कि इंग्लैंड की उम्मीद भी उड़ा दी।
शॉर्ट में पूरी सीरीज़ – “क्या मैच थे भाई!”
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पहला टेस्ट – इंग्लैंड जीता 5 विकेट से,
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दूसरा – भारत की वापसी, 336 रन से धोया,
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तीसरा – इंग्लैंड 22 रन से जीत गया,
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चौथा – ड्रॉ रहा, दिलों में थ्रिल रहा,
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पाँचवां – ओवल टेस्ट बना ओवरडोज़ ऑफ़ थ्रिल और सिराज का शो!
टेस्ट क्रिकेट – असली क्रिकेट या सस्पेंस थ्रिलर?
टेस्ट क्रिकेट को यूं ही ‘Real Cricket’ नहीं कहते। 5 दिन की कहानी, दिन-ब-दिन बदलता स्क्रिप्ट, और आख़िरी दिन वाला क्लाइमैक्स — जिसे देख Nolan भी कहे – भाई, इतना suspense तो Tenet में भी नहीं था!
शुभमन गिल – सीरीज़ के रन मशीन
754 रन! जी हां, शुभमन गिल ने इस सीरीज़ में रन ऐसे बनाए जैसे शॉपिंग फेस्टिवल में छूट के कूपन – लगातार, भारी, और सबका ध्यान खींचते हुए। किसी ने कहा – “ये बंदा टेस्ट में भी T20 वाला फॉर्म ले आया है!”
क्रिकेट मैच या बॉलिवुड स्क्रिप्ट?
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सिराज ने redemption arc लिख दिया,
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जायसवाल ने भविष्य दिखा दिया,
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कृष्णा ने rhythm पकड़ी,
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इंग्लैंड को दिखा कि बाउंसर से बचा जा सकता है, सिराज से नहीं!
“Catch छूटा, मैच नहीं — यही है टेस्ट क्रिकेट का असली ज़ायका!”