
ईरान और इसराइल के बीच जारी सैन्य टकराव अब वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है। हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं और दुनियाभर के देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की कोशिशों में जुटे हैं। आइए जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम में कौन-से देश क्या कदम उठा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया: तेहरान दूतावास बंद, नागरिकों को अज़रबैजान भेजा
ऑस्ट्रेलिया ने ईरान में बिगड़ते हालात को देखते हुए तेहरान स्थित अपने दूतावास का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया है। विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि मौजूदा हालात में कांसुलर सेवाएं देना बेहद कठिन हो गया है और हवाई क्षेत्र अभी भी बंद है।
शादी से पहले थोड़ा जासूस बनो वरना ज़िंदगी Netflix क्राइम ड्रामा बन जाएगी
ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी अधिकारियों और उनके परिवारों को ईरान छोड़ने का निर्देश दिया है। कांसुलर स्टाफ को ईरान के पड़ोसी देश अज़रबैजान में तैनात किया गया है, जबकि राजदूत अब भी तेहरान में मौजूद हैं।
अब तक ईरान में मौजूद 1,500 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों और उनके परिवारों ने मदद मांगी है।
अमेरिका: ट्रंप दो हफ्ते में लेंगे बड़ा फैसला
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसराइल-ईरान संघर्ष में अमेरिका की भूमिका को लेकर अगले दो हफ्तों में कोई बड़ा निर्णय लेंगे।
उनके अनुसार, ट्रंप मानते हैं कि इस विवाद में बातचीत की अभी भी गुंजाइश है, लेकिन यदि हालात नहीं सुधरे, तो अमेरिका को सीधा हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। यह बयान कूटनीति के लिए एक नई खिड़की खोलता है।
चीन: निकासी के लिए वैकल्पिक रास्तों की सलाह
चीन ने अब तक ईरान से 1,600 से अधिक और इसराइल से सैकड़ों नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला है। चीनी विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को सुझाव दिया है कि वे अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान, तुर्की, आर्मीनिया या इराक़ के रास्ते सुरक्षित बाहर निकलें।
भारत: छात्र लौटे, बड़े निकासी अभियान की तैयारी
भारत ने ईरान से 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया है। इसके अलावा सरकार इसराइल में मौजूद करीब 30,000 भारतीय नागरिकों की निकासी की तैयारी कर रही है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो नागरिक वापस लौटना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए जल्द ही ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
जापान: जीबूती से रवाना हुए दो सैन्य विमान
जापान ने ईरान और इसराइल में फंसे अपने नागरिकों की मदद के लिए दो सैन्य विमान जीबूती से रवाना किए हैं।
इस समय ईरान में लगभग 280 और इसराइल में करीब 1,000 जापानी नागरिक मौजूद हैं, जिनकी सुरक्षित वापसी के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
पाकिस्तान: 3,000 नागरिक पहले ही निकल चुके
पाकिस्तान ने ईरान में फंसे लगभग 3,000 नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला है। सरकार इस बात पर नजर रख रही है कि बाकी नागरिकों को भी सुरक्षित लौटाया जा सके।
कूटनीति या टकराव?
ईरान और इसराइल के बीच जारी टकराव ने एक बार फिर दुनिया को गंभीर कूटनीतिक मोड़ पर खड़ा कर दिया है। जहां एक ओर अमेरिका अब भी बातचीत की संभावना पर ध्यान दे रहा है, वहीं बाकी देश सुरक्षा के लिहाज से अपने नागरिकों की वापसी को प्राथमिकता दे रहे हैं।
स्थिति अभी भी बेहद नाज़ुक है और आने वाले हफ्ते निर्णायक हो सकते हैं – क्या यह तनाव युद्ध में बदलेगा या कूटनीति से हल निकलेगा?
ताज़ा अपडेट्स और रेस्क्यू से जुड़ी जानकारी के लिए संबंधित दूतावास या आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क करें।