
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अगस्त 2025 की मौद्रिक नीति समीक्षा में एक बड़ा निर्णय लेते हुए रेपो रेट को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का ऐलान किया है।
इसका मतलब साफ है — आपकी होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI फिलहाल नहीं बढ़ेगी।
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने क्या कहा?
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में 4, 5 और 6 अगस्त को मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हुई।
उन्होंने कहा:
“वृहद आर्थिक और वित्तीय घटनाक्रमों का मूल्यांकन करने के बाद सर्वसम्मति से रेपो रेट को 5.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया गया है।”
इससे यह संकेत मिलता है कि RBI फिलहाल महंगाई और ग्रोथ के बीच संतुलन बनाए रखना चाहती है।
रेपो रेट क्या होता है?
रेपो रेट वह ब्याज दर होती है जिस पर RBI कमर्शियल बैंकों को लोन देती है। इस दर में बदलाव से पूरे वित्तीय सिस्टम पर असर पड़ता है — खासकर आपकी जेब पर:
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रेपो रेट कम = EMI में राहत
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रेपो रेट ज्यादा = लोन महंगे
फिलहाल रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होने से लोगों को EMI में राहत मिलेगी और बाजारों को स्थिरता का संकेत मिलेगा।
क्या रेट कट की उम्मीद कर सकते हैं?
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अभी रेट कट की संभावना कम है, क्योंकि:
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खुदरा महंगाई अभी भी 5% के आसपास है
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वैश्विक अस्थिरता बनी हुई है
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फूड इन्फ्लेशन पर नजर रखना जरूरी है
हालांकि, अगर आने वाले महीनों में महंगाई काबू में रहती है, तो रेट कट का रास्ता खुल सकता है।
EMI धारकों को क्या करना चाहिए?
अगर आपने हाल ही में होम लोन या पर्सनल लोन लिया है, तो घबराइए नहीं — आपकी EMI फिलहाल जस की तस रहेगी।
क्या करें:
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अपना लोन रिव्यू करें
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प्री-पेमेंट ऑप्शन देखें
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बैंक से बेंचमार्क लिंकिंग की जानकारी लें
बाजार और निवेशकों के लिए क्या संकेत?
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शेयर बाजारों ने स्थिर नीति को सकारात्मक माना है
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बॉन्ड मार्केट में हल्की तेजी देखी जा सकती है
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निवेशकों को संकेत मिल रहा है कि RBI जल्दबाजी में नहीं है
निष्कर्ष:
RBI ने संकेत दे दिया है — फिलहाल स्टेबल रहो, पैनिक नहीं करो!
आम आदमी से लेकर निवेशक तक, सभी के लिए यह एक ‘Wait and Watch’ वाला मोमेंट है।
और हां, अगली बार जब बैंक कॉल करे “रेपो रेट बढ़ गया है, लोन रीस्ट्रक्चर कर लीजिए” — तो उससे RBI अपडेट मांगना न भूलें!