राजा भइया डर गए क्या? पत्नी और बेटी ने खोली पोल, CBI जांच की मांग

महेंद्र सिंह
महेंद्र सिंह

प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा से विधायक और जाने-माने नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया इन दिनों गंभीर घरेलू विवादों से जूझ रहे हैं। उनकी पत्नी भानवी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर उनकी पोल खोलते हुए मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है, जिसमें उन्होंने राजा भइया पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।

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भानवी सिंह ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से न्याय की गुहार लगाई है और मामले की CBI जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि राजा भइया गवाहों को धमकाकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।

बेटी राघवी भी उतरीं मैदान में, मां का साथ निभाया

इस पारिवारिक संग्राम में अब उनकी बेटी राघवी सिंह भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने अपनी मां के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह लड़ाई हमारी मजबूरी है, स्वार्थ नहीं। मेरी मां ने 30 साल तक अपमान, धोखा और घरेलू हिंसा को सहा, पर कभी सार्वजनिक नहीं किया।”

राघवी का यह बयान समाज में एक गूंज की तरह फैल गया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी मां अब टूट चुकी हैं और न्याय की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि इस लड़ाई का मकसद संपत्ति या सत्ता नहीं, बल्कि आत्म-सम्मान और जीने के अधिकार की रक्षा है।

‘गवाहों को धमकाया जा रहा है’, राघवी का आरोप

राघवी सिंह ने अपने पोस्ट में दावा किया कि पुलिस खुद मान रही है कि FIR में कोई दम नहीं है, लेकिन मामला हाई-प्रोफाइल होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया ही उनका एकमात्र सहारा है जहां वे अपनी आवाज उठा सकती हैं।

राघवी का कहना है, “हर दिन अपनी मां को मानसिक और शारीरिक तौर पर टूटते देखती हूं। क्या एक बेटी की पुकार भी बेअसर रह जाएगी?”

राजनीति के पर्दे के पीछे का पारिवारिक तूफान

राजा भइया उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक कद्दावर नाम हैं। लेकिन अब उनके खिलाफ उठ रही यह पारिवारिक लड़ाई न केवल उनकी सार्वजनिक छवि को प्रभावित कर रही है बल्कि कानूनी जांच और मीडिया ट्रायल की ओर भी इशारा कर रही है।

मिलेगा न्याय? सवालों के घेरे में व्यवस्था

इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब एक हाई-प्रोफाइल महिला को भी अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़े, तो आम महिलाओं की हालत क्या होगी? राघवी और भानवी सिंह की मांग स्पष्ट है – निष्पक्ष जांच, फर्जी FIR पर रोक और महिला अधिकारों की रक्षा

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