PM मोदी का आतंकियों को सख्त संदेश: सीमा पार से आतंकवाद को नहीं सहेंगे, निर्णायक कार्रवाई होगी

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक बार फिर साफ किया कि भारत आतंकवाद को लेकर बिल्कुल भी समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आतंकवाद को समर्थन देते हैं या मदद करते हैं, उनके खिलाफ कठोर और निर्णायक कदम उठाए जाएंगे।

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हैदराबाद हाउस में अंगोला के राष्ट्रपति से मुलाकात

प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात हैदराबाद हाउस, नई दिल्ली में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। यह यात्रा 38 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद किसी अंगोलाई राष्ट्रपति की भारत यात्रा है, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।

आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन: मोदी

संयुक्त प्रेस वक्तव्य में पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि “आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और हम इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि भारत और अंगोला दोनों इस बात पर सहमत हैं कि आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ कठोर और निर्णायक कार्रवाई अनिवार्य है।

अंगोला का भारत को समर्थन

पीएम मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंगोला का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में समर्थन देने के लिए अंगोला का धन्यवाद करता हूं।”
यह बयान भारत की वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाने की कोशिश को दर्शाता है।

भारत-अंगोला संबंधों को नई गति

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अंगोला के राष्ट्रपति की भारत यात्रा से दोनों देशों के आर्थिक, रणनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई दिशा और गति मिलेगी। विशेष रूप से ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है।

रुख अब और भी सख्त

पीएम मोदी के इस बयान से साफ है कि भारत अब केवल आतंकी घटनाओं की निंदा नहीं करेगा, बल्कि उन्हें अंजाम देने वालों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेगा। यह संदेश सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत की आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” नीति को दर्शाता है।

इस्लामाबाद सुन रहा है? अब न इधर से आम जाएगा, न उधर से अनार आएगा।

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