
मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक आदमपुर एयरबेस पहुंचे और वहां तैनात वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। यह दौरा उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तान लगातार यह फर्जी दावा कर रहा था कि उसने भारत के इस एयरबेस पर हमला कर “भारी नुकसान” पहुंचाया है। मगर पीएम का दौरा ही अपने आप में पाकिस्तान को जवाब देने के लिए पर्याप्त मिसाइल साबित हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद जवानों का जोश दोगुना
7 मई को भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में भारत के नागरिक इलाकों और सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिनमें वह पूरी तरह नाकाम रहा।
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पीएम मोदी ने मंगलवार को एयरफोर्स स्टेशन आदमपुर पहुंचकर जवानों से बात की और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा:
“साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक हमारे वायु योद्धाओं के साथ रहना गर्व की बात है। भारत अपने सशस्त्र बलों का सदैव ऋणी रहेगा।”
पाकिस्तान की अफवाहों की पोल खुली
पाकिस्तान की मीडिया और सेना की ओर से यह प्रचार किया जा रहा था कि उन्होंने आदमपुर एयरबेस पर हमला किया है और भारत को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। लेकिन पीएम मोदी का दौरा इस बात का जीवंत प्रमाण बन गया कि भारत पूरी तरह सुरक्षित है और जवानों का मनोबल सातवें आसमान पर है।
पीएम मोदी का सख्त संदेश
सोमवार रात अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा:
“अब भारत आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं रहेगा। अब पाकिस्तान से सिर्फ PoK और आतंकवाद पर ही बात होगी।”
संघर्ष थमा, लेकिन सतर्कता जारी
10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच अस्थायी संघर्ष विराम पर सहमति बनी, लेकिन भारत ने साफ कहा कि यह सिर्फ एक रोक है, खत्म नहीं। अगली कार्रवाई पाकिस्तान के आचरण पर निर्भर करेगी।
पीएम मोदी का आदमपुर एयरबेस दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि पाकिस्तान के लिए एक रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक जवाब भी था। इससे जवानों का मनोबल भी बढ़ा और दुनिया को यह भी दिखा कि भारत किसी झूठे नैरेटिव से डरता नहीं, बल्कि उसे जमीन पर जवाब देता है।
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