
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया बिहार यात्रा ने चुनावी मौसम में गर्म हवा भर दी है। गयाजी से शुरुआत और 13,000 करोड़ से ज़्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास कर मोदी ने ये दिखा दिया कि बिहार में अब सिर्फ़ “काम की राजनीति” चलेगी।
विपक्ष भले इसे “राजनीतिक पिंडदान” बता रहा हो, लेकिन PM ने इसे “विकास यात्रा” कहा, और हर उद्घाटन के साथ एक सियासी संदेश भी दे दिया।
PM-CM मंच मैजिक: क्या नीतीश-मोदी का रिश्ता हुआ फिर से फ्रेश?
गयाजी के मंच पर मोदी और नीतीश की जोड़ी देख राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणियां फेल हो गईं।
एक ओर जहां दोनों नेता मुस्कराते हुए बातें करते दिखे, वहीं दूसरी ओर यह इशारा भी कर गए कि:
“हम साथ-साथ हैं… और साथ-साथ ही वोट मांगेंगे!”
ललन सिंह का बयान, “PM ने बिहार के लिए खजाना खोल दिया है”, सीधे संकेत देता है कि NDA में सबकुछ ठीक है… फिलहाल।
बेगूसराय में विकास का पुल और वोटों की बुनियाद
औंटा-सिमरिया गंगा पुल (NH-31) का दौरा केवल तकनीकी नहीं, रणनीतिक भी था। बेगूसराय जैसे सीटों पर जहां कड़ा मुकाबला रहता है, वहां पुल का मतलब है:
-
बेहतर कनेक्टिविटी
-
आसान लॉजिस्टिक्स
-
और NDA के लिए पक्के वोटों की नई नींव
डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने इसे “स्पेशल स्टेटस से ज्यादा लाभकारी” बता डाला। साफ है, बात सिर्फ पुल की नहीं, वोट पुल की भी है।
विकास की बारिश या पॉलिटिकल ड्रामा की बौछार?
13,000 करोड़ की परियोजनाओं का ऐलान
-
1.25 लाख करोड़ का अब तक का योगदान = विपक्ष के लिए “सवालों की सुनामी” और जनता के लिए उम्मीदों की नई लहर

गयाजी एयरपोर्ट विस्तार से लेकर NH प्रोजेक्ट्स तक, PM मोदी ने ये भी दिखा दिया कि चुनावी दौरा हो या न हो, “काम का स्टाइल चुनाव से पहले ही ऑन हो चुका है।”
सुरक्षा भी 5 स्टार: नो फ्लाइंग जोन और ट्रैफिक रीशफल
PM मोदी के दौरे के दौरान:
-
औंटा-सिमरिया गंगा पुल और राजेंद्र पुल बंद
-
5 किलोमीटर नो-फ्लाइंग जोन
-
ड्रोन, हॉट एयर बैलून, सब बैन!
यानि सुरक्षा इतनी टाइट कि कबूतर भी बिना चेकिंग के उड़ने नहीं पाए!
अब देखना ये है कि:
-
क्या ये “नई दोस्ती” NDA को मजबूत करेगी?
-
या तेजस्वी यादव कोई नई पारी खेलने के लिए तैयार हैं?
बिहार की राजनीति फिलहाल एक “कमाल का केमिस्ट्री प्रैक्टिकल” बन गई है — जहां मोदी रिएक्ट कर रहे हैं, नीतीश मिक्स कर रहे हैं, और विपक्ष… ब्लैकबोर्ड पर नारे लिख रहा है।
“बिहार में कुर्सी किसकी? नीतीश की नीति या तेजस्वी की तिकड़ी!”
