कांवड़ यात्रा में शांति चाहिए, समोसे के भी तय रेट! – योगी का ऑर्डर ऑन रोड

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ शब्दों में आदेश दिया है कि कांवड़ यात्रा के मार्ग पर मांस और शराब की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यानी अब भक्ति के इस पवित्र सफर में कोई भी “तंदूरी मोमेंट” या “बोतल बाज़ी” नहीं देखने को मिलेगी। लगता है आस्था के इस मार्ग पर अब सिर्फ गंगाजल चलेगा, ग्लास में ग्लेनफिडिक नहीं।

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समोसे से सस्ता नहीं मिलेगा सिस्टम!

सीएम योगी का आदेश आया कि खाद्य दुकानों पर रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य है। यानी अब भक्तजनों को समोसे के लिए “भाईसाब कितना हुआ?” पूछने की नौबत नहीं आएगी। इतना पारदर्शी सिस्टम शायद IRCTC के कैटरिंग में भी नहीं हो। भक्ति में भाव हो सकता है, लेकिन समोसे में भाव फिक्स रहना चाहिए!

CCTV और वॉच टावर: हर भक्त का ध्यान स्वर्ग से पहले धरती पर!

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग पर वॉच टावर और CCTV कैमरे लगाए जाएं। मतलब अब भगवान से पहले सुरक्षा कैमरा देख रहा होगा कि कौन भक्त पानी पी रहा है और कौन भीड़ में सेल्फी ले रहा है। कांवड़ यात्रा अब रियल-टाइम मॉनिटर की जाएगी।

कांवड़ शिविर या कोई 5-स्टार स्पिरिचुअल स्पॉट?

योगी जी का आदेश आया है कि शिविरों में पीने का पानी, साफ-सफाई, टॉयलेट, अग्निशमन यंत्र, बालू, डस्टबिन और मेडिकल सुविधा हर जगह होनी चाहिए। अब कांवड़िए ये तय नहीं कर पा रहे कि वो शिव जी की भक्ति में जा रहे हैं या किसी हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट इंटर्नशिप में।अगली बार शिविरों में Wi-Fi मिल जाए, तो कोई हैरानी नहीं होगी।

ईको-फ्रेंडली गिलास: अब प्लास्टिक नहीं, भक्ति का गिलास चलेगा!

सीएम योगी ने आदेश दिया कि शिविरों और रास्तों में ईको-फ्रेंडली कप, प्लेट और गिलास का प्रयोग किया जाए। यानी अब जो जल भगवान को चढ़ेगा, वो भी नेचर-फ्रेंडली होगा।

भक्त: भोलेनाथ को जल चढ़ा दिया है।

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बिजली के खंभों पर इंसुलेटेड शीट – क्योंकि करंट भक्ति में हो, खंभे में नहीं!

सीएम का एक और निर्देश – सभी बिजली के खंभों पर इंसुलेटेड शीट लगाई जाए। मतलब अब बिजली का करंट भक्तों को नहीं छू पाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री का निर्देश जरूर सबके दिल को झटका दे रहा है – पॉजिटिव वाला! भक्तों की सुरक्षा इतनी टाइट होगी, जैसे खुद भोलेनाथ ने Tender पास कराया हो।

जुलूस नहीं, जिम्मेदारी का रोल!

मोहर्रम के जुलूसों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। राजपत्रित अफसर आगे-पीछे तैनात होंगे, हथियार दिखाने पर सीधे कार्रवाई होगी।अब जुलूस में हिस्सा लेने से पहले खुद को समझाना पड़ेगा – “भाई, ये परेड है, PUBG नहीं!”

योगी आदित्यनाथ का संदेश साफ है – भक्ति करो, लेकिन सिस्टम के साथ। कांवड़ यात्रा इस बार आस्था की मिसाल ही नहीं, प्रशासनिक मॉडल का Live Demo भी बनने वाली है।

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