
भारत जहां आतंकवाद पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे ठोस कदमों से दुनिया को संकेत दे रहा है, वहीं पाकिस्तान अब भी झूठ और प्रोपेगैंडा की पिच पर बल्लेबाजी कर रहा है — इस बार स्ट्राइक पर हैं बिलावल भुट्टो!”
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भारत का हमला – ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मजबूत संदेश:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदमपुर एयरबेस यात्रा सिर्फ एक सैन्य निरीक्षण नहीं, बल्कि पड़ोसी देश के आतंक पर सीधा हमला था। सरकार ने 7 सांसदीय प्रतिनिधिमंडल तैयार किया है जो अमेरिका, यूरोप, एशिया और मध्य पूर्व के रणनीतिक देशों में जाकर आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष रखेंगे।
यह कदम पहलगाम हमले और लगातार सीमापार आतंक की घटनाओं के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ का हिस्सा है।
नकल और नाटक:
शहबाज शरीफ ने सियालकोट के पसरूर छावनी में दौरा कर भारत जैसी ‘ताकतवर’ छवि दिखाने की कोशिश की। अब बिलावल भुट्टो को ‘झूठ का राजदूत’ बना दिया गया है, जो वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान का पक्ष रखेंगे। बिलावल ने एक्स पर एलान किया कि प्रधानमंत्री ने उनसे संपर्क कर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को कहा है। सवाल ये है कि क्या दुनिया अब भी पाकिस्तान के झूठ पर यकीन करेगी?
प्रोपेगैंडा बनाम पॉलिसी:
भारत अपने कूटनीतिक और सैन्य ताकत के दम पर दुनिया को आतंकवाद पर ठोस संदेश दे रहा है। वहीं पाकिस्तान पुरानी रणनीति – ‘शांति की बात करते हुए आतंक को पालना’ – पर अड़ा है।
बिलावल भुट्टो की सियासी मजबूरी:
आंतरिक राजनीति में बिलावल की स्वीकार्यता कम हो रही है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को ‘पीस डिप्लोमैट’ के रूप में प्रोजेक्ट करना, उनके लिए राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश हो सकती है।
क्या पाकिस्तान के पास विश्वसनीयता बची है?
FATF की निगरानी में रहने वाला पाकिस्तान। संयुक्त राष्ट्र में बार-बार फटकार। OIC में भी सीमित समर्थन।
भारत की तैयारी:
7 सर्वदलीय टीमों में कांग्रेस, भाजपा, DMK, TMC जैसे दलों के नेता शामिल। इसका मकसद है पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को वैश्विक मंच पर उजागर करना। भारत आतंकवाद को एक ‘साझा वैश्विक खतरा’ के तौर पर दिखा रहा है, ना कि केवल भारत-पाक मुद्दा।
पाकिस्तान की पुरानी स्क्रिप्ट अब दुनिया को नहीं बेच पाएगी। बिलावल भुट्टो की ‘शांति यात्रा’ एक दिखावा है, जिसे भारत की ‘एक्शन डिप्लोमेसी’ बार-बार ध्वस्त करती रही है। सवाल यह नहीं कि पाकिस्तान क्या कह रहा है, असली सवाल यह है कि दुनिया अब पाकिस्तान पर कितना भरोसा करती है?
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