
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच एक महत्वपूर्ण फोन कॉल हुआ, जिसमें हालिया क्षेत्रीय तनाव और आतंकवाद पर चर्चा की गई। इस संवाद का मुख्य फोकस था — शांति, संयम और रणनीतिक सहयोग।
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पाकिस्तान का रुख: “संयम और संवाद की नीति”
विदेश मंत्री इसहाक डार ने चीन को मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए कहा:
“पाकिस्तान हमेशा आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ रहा है और किसी भी ऐसी कार्रवाई का विरोध करता है जो क्षेत्रीय तनाव बढ़ा सकती है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान स्थिति को परिपक्वता और जिम्मेदारी से संभालने के लिए प्रतिबद्ध है और चीन सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से निरंतर संवाद बनाए रखेगा।
चीन की प्रतिक्रिया: समर्थन और संतुलन की अपील
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान की चिंताओं को समझते हुए कहा:
“आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सभी देशों की साझी जिम्मेदारी है और चीन पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी नीतियों का लगातार समर्थन करता है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन निष्पक्ष जांच का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि सभी पक्ष संयम बरतें और तनाव कम करने की दिशा में कार्य करें।
“संघर्ष न भारत-पाकिस्तान के हित में है, न क्षेत्रीय स्थिरता के,” वांग यी ने दो टूक कहा।
रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर साझा किया कि दोनों नेताओं ने पाक-चीन दोस्ती और रणनीतिक साझेदारी को दोहराया। क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और विकास के साझा लक्ष्यों पर सभी स्तरों पर संवाद बनाए रखने की सहमति बनी। चीन ने पाकिस्तान के वैध सुरक्षा हितों की पूरी तरह से सराहना की।
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संतुलन की कोशिश
जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, चीन और पाकिस्तान के बीच यह संवाद बताता है कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए राजनयिक प्रयास जारी हैं। चीन की मध्यस्थता और पाकिस्तान की संयम की अपील, दोनों ही इस समय के कूटनीतिक परिपक्वता का संकेत हैं।