“हिसाब चाहिए… 11 साल नहीं, पूरे 20 साल का!” – अखिलेश

महेंद्र सिंह
महेंद्र सिंह

जहां एक तरफ मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर भाजपा जश्न में झूम रही है, वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस जश्न में खलल डालते हुए सीधा सवाल दाग दिया – “हमें 11 नहीं, पूरे 20 साल का हिसाब चाहिए!”

‘एक पे एक ग्यारह’ और ‘नौ दो ग्यारह’ – अखिलेश का मुहावरों से प्रहार

अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला करने के लिए सीधे शब्दों के बजाय हिंदी की दो कहावतें निकालीं –

“एक पे एक ग्यारह और नौ दो ग्यारह।”
अब ये तय करना जनता का काम है कि भाजपा ग्यारह साल में मजबूत हुई या नौ साल में नौ दो ग्यारह की तैयारी है!

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दिल्ली के 11 साल + यूपी के 9 साल = जनता पूछेगी हिसाब

अखिलेश बोले – “जब दिल्ली में 11 साल से केंद्र की सरकार और यूपी में 9 साल से वही पार्टी सत्ता में है, तो अब जनता 20 साल का लेखा-जोखा मांग रही है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से आते हैं, इसलिए राज्य की जनता का सवाल और आक्रामक होगा।

“शिक्षा फिसड्डी, रोजगार फुस्स, निवेश हवा में!” – सवाल पे सवाल

अखिलेश ने सरकार से पूछा:

  • शिक्षा व्यवस्था में सुधार कहां है?

  • रोजगार देने में सफलता कितनी मिली?

  • इन्वेस्टमेंट समिट में हुए वादे कितने ज़मीन पर उतरे?

उन्होंने कहा कि “जो गांव गोद लिए गए हैं, वहां की तस्वीर आज भी वैसी की वैसी है – यानी सिर्फ फोटोशूट बदला, हकीकत नहीं!”

दिल्ली-लखनऊ में नहीं दिखता तालमेल, योजनाओं में बिखराव

सपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली और लखनऊ के बीच अब कोई तालमेल नहीं रह गया है। योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं और जमीनी हकीकत कुछ और ही है। “यह मैं नहीं कह रहा, ये इनके ‘बजट डॉक्यूमेंट्स’ चीख-चीख कर बता रहे हैं।”

भीतर ही भीतर ‘खींचतान’! बीजेपी में सिर से सिर टकरा रहे हैं – अखिलेश का आरोप

अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार को अंदर से बिखरी हुई बताते हुए कहा,

“यहां हर विभाग में सिर फुटौवल मचा है। कोई किसी की सुन नहीं रहा। हर मंत्री खुद को सीएम समझ बैठा है!”

उन्होंने गांवों की सफाई, किसानों की हालत और महंगाई जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरा और तंज कसते हुए कहा कि “एरियल सर्वे से फसलों की हालत नहीं सुधरेगी, जमीनी हकीकत जाननी हो तो खेत में उतरना पड़ेगा!”

“स्थायी डीजीपी चाहिए? पहले स्थायी सरकार बनाओ!” – यूपी पुलिस पर भी कटाक्ष

कार्यवाहक डीजीपी को लेकर अखिलेश ने कहा कि जब तक सरकार स्थायी दिशा में नहीं चलती, तब तक प्रदेश को स्थायी डीजीपी नहीं मिल सकता। फिर जोड़ा मजेदार तंज:

“अब लगता है 2027 के बाद ही यूपी को स्थायी डीजीपी मिलेगा!”

‘गणित का खेल है सत्ता का मेल!’

अखिलेश यादव ने भाजपा को साफ शब्दों में कह दिया है कि गिनती सिर्फ 11 साल की नहीं, पूरी 20 साल की होनी चाहिए। सवाल अब यह है कि भाजपा इन सवालों के जवाब गिनती में देगी या फिर अगले चुनाव में नतीजों में?

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