
2025 का मानसून सत्र शुरू हो गया है, और जैसे ही लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कार्यवाही की शुरुआत की, वैसे ही सियासी बादल गरजने लगे। बाहर बारिश, अंदर बयानबाज़ी – भारतीय राजनीति का ‘परंपरागत’ मौसम!
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और अन्य सांसदों के साथ संसद का माहौल गर्म है। इस बार का सत्र न सिर्फ़ नीतियों का, बल्कि ‘नारों’ और ‘नाटकों’ का भी है।
पीएम मोदी बोले: ‘विजयोत्सव’ है ये सत्र
मानसून की बारिश के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण भी तरोताज़ा था। संसद भवन के हंस द्वार पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने इसे “राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र” करार दिया। और क्यों न हो? ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए भारतीय सेना ने आतंक के घर में घुसकर 22 मिनट में सफाया कर दिया।
“आज हमारा झंडा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर लहराया है, और ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया – हम सिर्फ़ नमस्ते नहीं करते, एक्शन भी करते हैं।” – पीएम मोदी
हथियारों की हुई जयजयकार
इस बार संसद में स्वदेशी हथियारों की गूंज भी सुनाई दी। पीएम ने कहा कि भारतीय हथियारों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। हथियारों के मामले में Make in India अब सिर्फ़ नारा नहीं, धमाका बन चुका है।
बम नहीं, संविधान आगे
नक्सलवाद और माओवाद पर भी तीखा प्रहार हुआ। मोदी बोले – अब बम-पिस्तौल नहीं, संविधान की कॉपी है हमारे हाथ में।
सवाल यह है: क्या विपक्ष इसे स्वीकार करेगा या फिर ‘पेपर बम’ फोड़ने को तैयार है?
राहुल गांधी का गिला – “बोलने नहीं दिया जा रहा”
सत्र की शुरुआत होते ही राहुल गांधी ने नया मुद्दा उठाया: “मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा!” इस बयान पर संसद में थोड़ी देर के लिए सन्नाटा… और फिर वही पुराना ‘हंगामा’ म्यूजिक ट्रैक चालू।
डिजिटल इंडिया, कम महंगाई – नया भारत?
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। महंगाई की दर 2014 के मुकाबले काफी कम है। डिजिटल इंडिया पर भी भरोसा जताया गया, क्योंकि अब घोटाले WhatsApp पर नहीं, Blockchain पर ट्रैक होते हैं!
मानसून है…पर संसद में बादल गरजेंगे!
इस मानसून सत्र में जहां एक ओर राष्ट्रीय गर्व और सैन्य शक्ति की बातें होंगी, वहीं दूसरी ओर विपक्ष की तरफ से माइक्रोफोन की लड़ाई, सीजफायर विवाद और वोटर लिस्ट रिव्यू जैसे मुद्दों पर गर्माहट तय है।
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