
110 भारतीय छात्रों को लेकर ऑपरेशन ‘सिंधु’ के तहत पहली फ्लाइट गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंची। छात्रों को आर्मीनिया होते हुए स्पेशल फ्लाइट से सुरक्षित लाया गया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह राहत और बचाव अभियान 17 जून को शुरू किया गया था।
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छात्रों का अनुभव: “हर रात धमाके होते थे”
छात्र यासिर ग़फ्फार ने कहा, मैंने मिसाइल हमले देखे…रात में तेज़ धमाके होते थे…अब भारत में हूं तो चैन की सांस ली है।
वहीं छात्रा ग़ज़ल ने बताया, हम उर्मिया में थे, वहां हालात कुछ बेहतर थे…लेकिन तेहरान में हालात बहुत ख़राब थे… भारतीय दूतावास ने हमारी बहुत मदद की।
ईरान का सरकारी टीवी ‘हैक’? चेतावनी जारी
ईरान के सरकारी टीवी IRTV ने दावा किया है कि उनका सैटेलाइट सिग्नल ‘हैक’ हुआ और एक बगावती क्लिप टीवी पर चली, जिसमें लोगों से सरकार के खिलाफ़ उठने की अपील की गई।
इस क्लिप में 2022 के विरोध प्रदर्शनों की झलक और ईरानी कमांडरों की तस्वीरें थीं, जिनकी मौत हालिया इसराइली हमले में हुई थी। वीडियो में एक शेर का प्रतीक चिन्ह भी दिखा, जो किसी अज्ञात समूह का प्रतीक बताया जा रहा है।
सरकारी बयान में कहा गया:
“अगर आप असामान्य क्लिप देखें, तो यह दुश्मन की जैमिंग है।”
ट्रंप का ‘ईरान पर हमला’ प्लान लीक?
सीबीएस और वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले की योजना मंज़ूर की थी, लेकिन अंतिम निर्णय फिलहाल रोका गया है।
सूत्रों के मुताबिक़, अगर ईरान अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम रोकने को तैयार हो जाता है तो हमले की योजना टाली जा सकती है।
ट्रंप ने पत्रकारों से कहा:
“मैं हमला कर भी सकता हूं, और नहीं भी कर सकता।”
ईरान में मौजूदा तनाव से न केवल स्थानीय लोग बल्कि वहां मौजूद विदेशी नागरिक भी प्रभावित हो रहे हैं। भारतीय छात्रों की वापसी राहत जरूर है, लेकिन ईरान का ‘टीवी हैक’ और ट्रंप की आक्रामक योजना इस क्षेत्र को और अस्थिर बना रही है।