
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ़ करते हुए कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की दिशा में “महत्वपूर्ण भूमिका” निभाई।
मंगलवार को ओवल ऑफिस में हुई द्विपक्षीय बैठक में कार्नी ने ट्रंप को “A President of Change”
बताते हुए कहा कि उन्होंने “भारत-पाकिस्तान से लेकर अज़रबैजान-आर्मीनिया तक” संघर्ष कम करवाने में भूमिका निभाई है।
“Netto, NATO और Now इंडिया-पाक” – ट्रंप की विदेश नीति को सराहना
कार्नी ने ट्रंप की नीतियों को गिनाते हुए कहा:
“चाहे NATO देशों से डिफेंस फंड जुटवाना हो, या ईरान के प्रभाव को सीमित करना — आपने हर मोर्चे पर लीडरशिप दिखाई है।”
और इसी में उन्होंने भारत-पाक संघर्ष में भी ट्रंप की कथित भूमिका को अहम बताया।
ट्रंप बोले – “हमने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोका”
ट्रंप ने पहले भी कई बार कहा है कि उनकी मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव और सैन्य संघर्ष को कम किया गया।
“हमने जो काम किया, वो असाधारण था। दोनों देश अब बातचीत में हैं।” – ट्रंप
भारत ने फिर दोहराया – “कोई तीसरा पक्ष नहीं था शामिल”
भारत सरकार ने एक बार फिर इस दावे पर साफ प्रतिक्रिया दी है।
“पहलगाम हमले के बाद जो सैन्य तनाव था, वो दोनों पक्षों की सीधी बातचीत से खत्म हुआ। इसमें कोई तीसरा देश, संगठन या व्यक्ति शामिल नहीं था।” — भारत का विदेश मंत्रालय
भारत की नीति हमेशा से यह रही है कि भारत-पाक संबंध द्विपक्षीय हैं, और इन पर कोई भी तीसरा पक्ष मध्यस्थता नहीं कर सकता।
क्या ट्रंप की तारीफ़ पॉलिटिकल रणनीति है?
“मार्क कार्नी का ट्रंप की तारीफ़ करना सिर्फ कूटनीतिक शिष्टाचार नहीं, बल्कि अमेरिका-कनाडा संबंधों में नई लाइन सेट करने की कोशिश भी है।”
दूसरी ओर, भारत ने एक बार फिर तीसरे पक्ष की भूमिका को नकार कर अपना रुख साफ कर दिया है।