
उत्तर प्रदेश इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। सूरज आसमान से आग बरसा रहा है और तपती धरती पर जनजीवन बेहाल हो चुका है। केवल इंसान ही नहीं, पशु-पक्षी भी इस झुलसा देने वाले मौसम से परेशान हैं।
कांग्रेस का पीएम मोदी से ‘चार सवालों का हमला’!
लखनऊ से झांसी तक गर्मी का कहर
राजधानी लखनऊ में मंगलवार और बुधवार की सुबह चटख धूप के साथ हुई। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, गर्मी ने अपने प्रचंड रूप में दस्तक दी।
सबसे खतरनाक स्थिति झांसी में दर्ज की गई, जहां तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चला गया। इसके अलावा राज्य के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में तापमान 43 डिग्री को पार कर गया।
बुंदेलखंड के 17 जिलों में लू का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के 17 जिलों के लिए लू की चेतावनी जारी की है, जिनमें शामिल हैं:
बांदा, झांसी, मथुरा, इटावा, फिरोजाबाद, चित्रकूट, कानपुर देहात, अलीगढ़, हाथरस, एटा, आगरा, औरैया, जालौन, ललितपुर, महोबा, मैनपुरी और हमीरपुर।
इन जिलों में दिन के समय बाहर निकलना सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन
गर्मी की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि:
-
कूलिंग वार्ड तैयार रखें।
-
लू से पीड़ित मरीजों के लिए अलग से चिकित्सा सुविधा हो।
-
हर वार्ड में कूलर, पंखे और AC चालू रहें।
-
बिजली कटौती की स्थिति में जनरेटर चालू अवस्था में रहें।
क्या पूर्वी यूपी को राहत मिलेगी?
जहां एक ओर पश्चिमी और बुंदेलखंड क्षेत्र प्रचंड गर्मी झेल रहे हैं, वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुधवार को मामूली राहत की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि इन इलाकों में मंगलवार की तुलना में तापमान में थोड़ा सुधार हो सकता है।
हीटवेव से कैसे करें बचाव?
-
दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से न निकलें।
-
खूब पानी, ORS या नींबू पानी पिएं।
-
सिर पर कपड़ा या टोपी, आंखों पर चश्मा लगाएं।
-
ज्यादा तैलीय, मसालेदार भोजन से बचें।
-
बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
उत्तर प्रदेश में इस समय गर्मी ने कहर ढा रखा है। सरकारी चेतावनियां और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता के बावजूद हालात गंभीर बने हुए हैं।
जरूरी है कि आम लोग भी सजग रहें और हीटवेव से बचने के सभी उपाय अपनाएं। गर्मी से बचाव ही इस मौसम में सबसे बड़ी सुरक्षा है।