
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को उरी सेक्टर का दौरा किया और वहां की जमीनी स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने साफ कहा कि “आने वाले दिनों में हमें नए बंकरों की ज़रूरत पड़ेगी।”
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“सेना का जोश हाई है, हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं” — मनोज सिन्हा
प्रेस से बात करते हुए एलजी मनोज सिन्हा ने कहा:
“हमारी सेना का जोश बहुत हाई है और वो हर स्थिति का मुक़ाबला करने के लिए तैयार है।”
उन्होंने बताया कि प्रशासन की पहली प्राथमिकता यह है कि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए स्थानीय प्रशासन सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
बंकर निर्माण की जरूरत पर जोर
एलजी ने बताया कि बॉर्डर पर हालिया नुकसान का मूल्यांकन किया गया है और जिन लोगों को जान-माल की हानि हुई है, उन्हें तत्काल सहायता प्रदान की गई है।
उन्होंने आगे कहा:
“मुझे वहां जाकर एक बात साफ़ दिखाई दी कि नए बंकरों की ज़रूरत है, और आने वाले दिनों में उनका निर्माण कराया जाएगा।”
नियंत्रण रेखा के गांवों में बढ़ाई जा रही है सुरक्षा
एलओसी पर बसे गांवों में हाल के दिनों में:
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फायरिंग और गोलाबारी की घटनाएं बढ़ी हैं
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नागरिकों की सुरक्षा और शेल्टर की आवश्यकता अधिक हो गई है
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इसी को ध्यान में रखते हुए बंकर निर्माण प्राथमिकता बन चुका है
एलजी ने यह भी कहा कि जो लोग घायल हुए हैं या जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिवारों को पूरी सहायता दी जा रही है।
भारत-पाक तनाव के इस संवेदनशील दौर में जम्मू-कश्मीर प्रशासन सुरक्षा के हर पहलू पर सक्रिय है। नए बंकरों का निर्माण और सेना का मनोबल — दोनों ही भारत की तैयारियों को दर्शाते हैं।
एलजी मनोज सिन्हा का उरी दौरा इस बात का संकेत है कि भारत अब सिर्फ जवाब नहीं दे रहा, बल्कि पहले से तैयारी भी कर रहा है।
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