जाने यूपी में हुए उपचुनाव में योगी की स्ट्राइक रेट क्या रहा, बीजेपी ने जीतीं 74 फीसद सीट

लखनऊ। मिल्कीपुर को लेकर यूपी में हाल 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए तो भाजपा व गठबंधन में 8 सीटों पर फतह हासिल की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा प्रदेश में कटेहरी व कुंदरकी के वाद मिल्कीपुर भी जीत चुकी है। उपचुनाव में योगी अब   ब्रांड  बन चुके हैं।सीटों के उपचुनाव में देखा जा सकता है, इनमें भाजपा 31 सीटों पर फतह हासिल कर नयी इबारत लिखने में कामयाब हुई और सीएम 74 फीसद स्ट्राइक रेट से पार्टी को जीत दर्ज करा रहे हैं, ऐसे में पार्टी अभी से 2027 के लिए संकेत देने लगी है।

भाजपा एक तरीके से यूपी को अव फ्री हैंड देने लगी है। पार्टी उपचुनाव में टिकट के लिए जिताऊ चेहरा तलाश रही है। संगठन से आयी लिस्ट पर मंथन के बाद सीएम योगी की सहमति सबसे अहम रहती है। इसके वाद सरकार की विकासपरक योजनाएं और संगठन का बूथ स्तर तक मजबूत नेतृत्व कामयावी की इवारत लिख रहा है । मिल्कीपुर के उपचुनाव में भी पार्टी के महामंत्री संगठन ने तो डेरा ही जमा दिया और बूथ के कार्यकर्ताओं को जीत का लगातार मंत्र देते रहे। इन सबमें सबसे अहमभूमिका निभायी सबसे जिम्मेदार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने।

यह भी पढ़ेंसपा के परिवारवाद पर हावी रहा भाजपा का राष्ट्रवाद, कुंदरकी, कटेहरी व मिल्कीपुर में टूटा सपा का तिलिस्म

वह चुनाव के पहले विकास की राह चले और करीब छह वार मिल्कीपुर का दौरा किया। चुनाव में प्रत्याशी तय होने के बाद जव प्रचार में तेजी आयी तो सीएम ने दो जनसभाओं को संबोधित किया और मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के नेता को ही निशाने पर रखा । मिल्कीपुर चुनाव में कार्यकर्ताओं को कुंदरकी और कटेहरी को दोहराने का जोश दिया गया।

कुंदरकी में 69 फीसद से ज्यादा अल्पसंख्यक मतदाता होने के वाद भी भाजपा का कमल खिला तो कटेहरी में एक वर्ग की बहुलता के वाद भी भाजपा ने एकाधिकार तोड़कर विजय हासिल की। इन सीटों पर उपचुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा एक बार फिर सर्व समाज की पार्टी होने का संदेश देने में कामयाव रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी के बाद अब यूपी के सीएम जीत की गारंटी वाला ब्रांड बनने की दिशा में आगे निकल रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि सीएम योगी का पार्टी संगठन के साथ जिस तरह का तालमेल है, ऐसे में संगठन के चुनाव में नये अध्यक्ष के साथ भी यह तालमेल और वेहतर सावित होगा, ताकि 2027 की चुनौती को भी उपचुनाव में मिल रही फतह की लय को बनाये रखा जा सके।

 

Related posts