
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में दिए अपने भाषण के दौरान जनता से सीधा संवाद शुरू करने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार राज्य को फिर से राज्य का दर्जा नहीं देती, तो वे घर-घर जाकर सिग्नेचर कैंपेन शुरू करेंगे।
“अब खत लिखने का वक्त नहीं, अब सीधे जनता से बात होगी। जब तक हमें हमारा हक नहीं मिलेगा, तब तक चुप नहीं बैठेंगे।”
क्या है ये सिग्नेचर कैंपेन?
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि यह अभियान सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि एक जनजागरण अभियान होगा।
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मंत्री खुद लोगों के पास जाएंगे
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हर जिले, हर घर तक पहुंचने की योजना
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राज्य का दर्जा बहाल करने की माँग को राष्ट्रीय स्तर तक उठाना
370 के बाद क्या बदला?
उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालों में, जब से अनुच्छेद 370 हटाया गया, जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

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राज्य का झंडा गया
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संविधान छिना गया
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विकास के नाम पर पहचान भी छीन ली गई
उमर अब्दुल्ला का कहना है कि अब राज्य का दर्जा सिर्फ मांग नहीं, हक़ है।
“अब कोई चुप नहीं बैठेगा” – लोगों की आवाज़ दिल्ली तक जाएगी
उमर ने साफ कहा, “हमारी सरकार जनता की ताकत से चलेगी, केंद्र से अनुमति लेकर नहीं। हम आवाज़ उठाएँगे और उसे दिल्ली तक पहुंचाएँगे।”
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