
ब्राज़ील के पूर्व राष्ट्रपति जाएर बोलसोनारो को सैन्य तख्तापलट की साज़िश रचने के मामले में दोषी पाए जाने के बाद 27 साल और 3 महीने की जेल की सज़ा सुनाई गई है। यह सज़ा ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों के पैनल ने सुनाई, जिसमें चार ने उन्हें दोषी माना जबकि एक जज ने उन्हें बरी करने का समर्थन किया।
2022 के चुनाव के बाद सत्ता में बने रहने की साज़िश
कोर्ट ने कहा कि बोलसोनारो ने 2022 के चुनाव में वामपंथी प्रतिद्वंद्वी लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा से हारने के बाद सत्ता में बने रहने के लिए इस तख्तापलट की साज़िश की अगुवाई की। यह फैसला ब्राज़ील की राजनीति में एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
बोलसोनारो की प्रतिक्रिया और आगे का रास्ता
बोलसोनारो के वकीलों ने इस सज़ा को “बेहद ज़्यादा” करार दिया है और कहा है कि वे इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करेंगे। राजनीतिक विशेषज्ञों की नजर अब इस अपील प्रक्रिया पर बनी हुई है, जो ब्राज़ील की राजनीति को और भी प्रभावित कर सकती है।

सुप्रीम कोर्ट का पैनल और फ़ैसले का महत्व
यह फ़ैसला ब्राज़ील की न्यायपालिका की सत्ता के खिलाफ सख़्त रुख़ को दर्शाता है। पांच में से चार जजों ने बोलसोनारो को दोषी मानते हुए एक ऐतिहासिक फैसले का हिस्सा बने। इससे भविष्य में किसी भी राजनीतिक साज़िश पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद बढ़ गई है।