
इसराइली सेना ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर ऐलान किया कि उन्होंने ग़ज़ा शहर का 40% हिस्सा कब्ज़े में ले लिया है और अब वह पूरे ग़ज़ा पर नियंत्रण के लिए एक बड़े सैन्य अभियान की तैयारी कर रही है।
सेना के प्रवक्ता एवी देवरिन ने कहा:
“हम आने वाले दिनों में ग़ज़ा शहर और उसके आसपास के इलाकों में अभियान को तेज़ करने जा रहे हैं। हमारा मिशन हमास के सभी ठिकानों को खत्म करना है।”
हमास को खत्म करने की ठान ली है इसराइली सेना ने
प्रवक्ता ने साफ तौर पर कहा कि जब तक सभी इसराइली बंधक रिहा नहीं हो जाते, तब तक यह मिशन नहीं रुकेगा।
“हम हर जगह हमास का पीछा करेंगे, चाहे वे कहीं भी छिपे हों।”
इस बयान से साफ है कि इसराइल का इरादा अब पूरे ग़ज़ा स्ट्रिप में सैन्य दबदबा बनाने का है।
ग़ज़ा में हालात गंभीर, हमले और तेज़
बीते कुछ दिनों में इसराइली सेना ने ग़ज़ा में एयरस्ट्राइक्स और ग्राउंड ऑपरेशन तेज़ कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, ग़ज़ा शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह, संचार ठप और हज़ारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।

बंधकों को लेकर हमास का प्रस्ताव ठुकराया गया
इससे पहले हमास ने दावा किया था कि वो सभी इसराइली बंधकों को रिहा करने को तैयार है, लेकिन इसराइल ने इस प्रस्ताव को “झूठा और भ्रामक” बताते हुए ठुकरा दिया।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा:
“यह हमास की एक और झूठी कहानी है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है।”
अंतरराष्ट्रीय चिंताओं के बीच ग़ज़ा की स्थिति बिगड़ती जा रही है
जहां एक ओर इसराइल सैन्य दबाव बना रहा है, वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं ग़ज़ा में मानवीय संकट को लेकर चिंतित हैं।
बिजली, पानी, दवा और खाने की भारी किल्लत ने वहां के नागरिकों की जिंदगी मुश्किल बना दी है।
क्या अब निर्णायक मोड़ पर है ग़ज़ा युद्ध?
इसराइली सेना के अनुसार, आने वाले दिन “निर्णायक कार्रवाई” के होंगे।
यह ऑपरेशन सिर्फ हमास को खत्म करने तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे ग़ज़ा शहर पर पूर्ण नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
