
ईरान और इसराइल के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Truth Social पर एक के बाद एक पोस्ट करते हुए ईरान को ‘बिना शर्त सरेंडर’ की चेतावनी दी। साथ ही, उन्होंने ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई का नाम लिए बिना दावा किया कि उन्हें अच्छी तरह पता है कि वे कहां छिपे हुए हैं।
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“हमें पता है वो कहां हैं, पर अभी मारेंगे नहीं” – ट्रंप
ट्रंप ने लिखा, “हमें यह जानकारी है कि तथाकथित ‘सुप्रीम लीडर’ कहां छिपे हुए हैं। वह आसान निशाना हैं, लेकिन फिलहाल सुरक्षित हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका अभी उन्हें निशाना नहीं बनाएगा, लेकिन अगर ईरान ने अमेरिकी सैनिकों या नागरिकों को नुकसान पहुंचाया, तो सब्र का बांध टूट सकता है।
ईरान के आसमान पर ‘अमेरिका का कंट्रोल’ – ट्रंप का दावा
अपने बयान में ट्रंप ने दावा किया कि “अब ईरान के आसमान पर अमेरिका का पूरा नियंत्रण है।” उन्होंने कहा कि ईरान के पास अच्छे डिफेंस सिस्टम हैं, लेकिन वे अमेरिका के बनाए हथियारों की बराबरी नहीं कर सकते।
इसराइली विदेश मंत्री की रणनीति: सत्ता परिवर्तन नहीं, पर गंभीर नुकसान ज़रूर
इसराइल के विदेश मंत्री गिदियोन सार ने साफ किया कि उनका मक़सद ईरानी सत्ता को बदलना नहीं है, लेकिन ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को गंभीर नुकसान पहुंचाना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में अभी भी कई लक्ष्य बाकी हैं।
दोनों देशों में लगातार हमले, सैंकड़ों की मौत
ईरानी और इसराइली हमलों में अब तक बड़ी संख्या में आम नागरिक और सैन्यकर्मी मारे जा चुके हैं।
HRA ने बताया:
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452 लोगों की मौत
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646 लोग घायल
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इनमें से 224 आम नागरिक, 109 ईरानी सैनिक शामिल हैं
इसराइल ने बताया:
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24 लोग मारे गए
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154 लोग घायल हुए
ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले: आईएईए की पुष्टि
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA के अनुसार, उन्हें नतांज़ साइट पर सीधे हमले के संकेत मिले हैं। हालांकि, फ़ोर्दो जैसी संवेदनशील परमाणु साइट्स पर कोई बदलाव नहीं देखा गया है।
‘बातचीत का मूड नहीं’ – ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि वह अभी बातचीत करने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि ईरान को “बिना शर्त हार माननी चाहिए।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान को परमाणु हथियारों की दिशा में कोई कदम नहीं उठाना चाहिए।
सीज़फ़ायर नहीं, ‘बेहतर’ चीज़ चाहते हैं ट्रंप
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह सीज़फ़ायर करवाने जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वे “सीज़फ़ायर से भी बेहतर” चीज़ चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इसका मतलब क्या है।
तनाव अपने चरम पर
ईरान और इसराइल के बीच संघर्ष अब और अधिक अंतरराष्ट्रीय आयाम ले रहा है। ट्रंप की चेतावनियाँ और ईरान पर उनके तीखे बयान आने वाले दिनों में इस तनाव को और बढ़ा सकते हैं।