
जैसे ही लगा कि केएल राहुल क्रीज पर जम चुके हैं, बेन स्टोक्स ने अपनी “क्रिकेट की MBA डिग्री” इस्तेमाल करते हुए राहुल को चलता कर दिया। भारत 81/6 पर है और अब जीत की उम्मीद एक चमत्कारी जोड़ से ही टिक सकती है – जडेजा और रेड्डी की जुगलबंदी से।
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पंत बोले: आर्चर के बाउंसर से बचना है, तो ऑफ स्टंप छोड़ दो
पंत भी मैदान पर आए, फुल ड्रामा के मूड में, लेकिन जोफ्रा आर्चर ने स्क्रिप्ट ही बदल डाली। क्लीन बोल्ड होते ही पंत का बैट और फैंस का दिल – दोनों एक साथ टूटे। इंडिया के लिए अब 193 का टारगेट माउंट एवरेस्ट लगता है।
सुंदर नहीं बचे – लॉर्ड्स में सुंदर सपनों की विदाई
वॉशिंगटन सुंदर भी ज्यादा देर तक नहीं टिके। जैसे ही लगा कि शायद एक पारी को संभालेंगे, वो भी पैवेलियन की ओर रवाना हो गए। अब बची है सिर्फ जडेजा की तलवारबाज़ी और रेड्डी की “रॉकी स्टाइल” हिम्मत।
लॉर्ड्स में मैच या महाभारत?
193 रन का टारगेट। 6 विकेट गिर चुके। इंग्लैंड के खिलाड़ी ऐसे अटैक कर रहे हैं जैसे किसी थ्रिलर मूवी का क्लाइमेक्स चल रहा हो। मैदान में हर ओवर के साथ पल-पल पर खेल बदल रहा है। इंग्लैंड को 2-1 की बढ़त के लिए सिर्फ 4 विकेट की जरूरत है। टीम इंडिया को अब सीरीज बचानी है, सम्मान नहीं।
क्या जडेजा-रेड्डी की जोड़ी लाएगी ‘गदर’?
अब भारत के पास बचा है सिर्फ एक विकल्प – ‘गदर 2’ की तरह जडेजा और रेड्डी को मिलकर मैदान में धमाका करना होगा। वरना लॉर्ड्स की घास पर इंडिया की हार का मातम लिखा जाएगा।
नाम है इसका इमोशनल रोलर कोस्टर
टेस्ट क्रिकेट वही खेल है जिसमें लंच तक आप हीरो और टी-ब्रेक तक विलेन बन जाते हैं। फिलहाल लॉर्ड्स में इंडिया की कहानी एक थ्रिलर उपन्यास की तरह है – आप ये नहीं कह सकते कि अगले पन्ने पर क्या होगा।