“Pakistan Bomb फेंके, हम मैच खेलें?” – Match पर मचा बवाल!

सत्येन्द्र सिंह ठाकुर
सत्येन्द्र सिंह ठाकुर

Asia Cup 2025 में भारत-पाकिस्तान का हाई वोल्टेज मुकाबला जैसे ही शेड्यूल हुआ, सोशल मीडिया से लेकर सियासत तक बवाल मच गया। इसकी बड़ी वजह है 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, जिसमें 22 निर्दोष लोगों की जान गई थी।

देश भर में इस घटना को लेकर गुस्सा है, और अब जब भारत-पाक मैच की तारीख नज़दीक आई है, लोग इसे “शहीदों का अपमान” मान रहे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई

हमले के बाद भारत ने मई में “ऑपरेशन सिंदूर” लॉन्च किया। इस दौरान पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन – लश्कर, जैश और हिज्बुल – के ठिकानों पर स्ट्राइक की गई।

तीन दिन तक दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल रहा, और 10 मई को युद्धविराम हुआ। इसके बाद जुलाई में सुरक्षा बलों ने उन तीन आतंकियों को मार गिराया, जिनका कनेक्शन सीधे पाकिस्तान से था।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा – “उनके पास पाकिस्तान निर्मित राइफलें और चॉकलेट्स थीं – हमारे पास सबूत हैं।”

“खून और क्रिकेट साथ नहीं चल सकते”

मैच को लेकर सबसे भावुक अपील आई शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या की तरफ से। उन्होंने कहा:

“BCCI के लिए हमारी शहादत की कोई वैल्यू नहीं। जिनका कोई अपना शहीद नहीं हुआ, उन्हें फर्क नहीं पड़ता।”

उनकी अपील है कि देशवासी इस मैच का बायकॉट करें, ताकि एक कड़ा संदेश जाए।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं

  • उद्धव ठाकरे (शिवसेना): “जब तक आतंकवाद बंद नहीं होता, तब तक पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं।”

  • अनुराग ठाकुर (भाजपा सांसद): “हम द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, लेकिन एशिया कप जैसे टूर्नामेंट्स में खेलना मजबूरी है।”

भारत की स्पोर्ट्स पॉलिसी क्या कहती है?

सरकार द्वारा जारी नई खेल नीति में स्पष्ट कहा गया है कि:

भारत पाकिस्तान में टूर्नामेंट नहीं खेलेगा। पाकिस्तान की टीमें भारत नहीं आएंगी। परंतु ICC और ACC के बहुपक्षीय टूर्नामेंट्स में खेलने से इनकार नहीं किया जा सकता – ऐसा करना खिलाड़ियों और टूर्नामेंट दोनों के हित में नहीं।

तो क्या मैच होगा या नहीं?

सरकारी नीति के अनुसार मैच तो होगा – लेकिन जनता का गुस्सा, सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग #BoycottPakistan, और पीड़ित परिवारों की अपील ने इस मुकाबले की भावनात्मक संवेदनशीलता को बढ़ा दिया है।

क्रिकेट सिर्फ एक खेल है – लेकिन जब मामला राष्ट्र की सुरक्षा और शहीदों के सम्मान से जुड़ जाए, तो हर गेंद, हर रन का मायने बदल जाता है।

“Pakistan गिराए बम, और हम मैच खेलें?”
ये सवाल अब सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय विमर्श बन गया है।

“I Love Hindi”… But Only On Hindi Diwas!

Related posts

Leave a Comment