
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच की बात हो और राजनीति उसमें बैट ना घुसेड़ दे – ये तो वैसा ही है जैसे इलेक्शन बिना भाषण के!
शिवसेना (उद्धव गुट) के फायरब्रांड नेता संजय राउत ने इस बार सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख मारा – और ये चिट्ठी कागज पर कम और ट्विटर पर ज्यादा वायरल हो रही है।
“खून और पानी साथ नहीं बह सकते”, तो क्रिकेट कैसे?”
राउत जी ने तंज कसते हुए पूछा – जब देश के जवान आतंक के खिलाफ लड़ रहे हैं, ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, तो दुबई में इंडिया-पाकिस्तान मैच करवाना किसकी मंजूरी से हो रहा है?
उन्होंने याद दिलाया कि मोदी जी ने कभी कहा था – “खून और पानी साथ नहीं बह सकते,” तो अब “खून और क्रिकेट” कैसे बहाए जा रहे हैं?
“क्या अमेरिका ने धमकी दी?” – राजनीतिक Yorker
सिर्फ सवाल नहीं, राउत ने तो ह्यूमर का भी बॉल फेंका:
“क्या पाकिस्तान से मैच ना खेलने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्यापार बंद करने की धमकी दी थी?”
अब ये तो वही जानें, लेकिन सवाल बड़ा है और BCCI की चुप्पी उससे भी बड़ी।

“ये सिर्फ मैच नहीं, बलिदान का अपमान है”
राउत का कहना है कि ये सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि उन सैनिकों के बलिदान का मजाक है जो बॉर्डर पर जान गंवा रहे हैं। उन्होंने लिखा –
“अगर ये मैच महाराष्ट्र में होता, तो बालासाहेब की शिवसेना इसे रुकवा देती।”
मतलब मैच रोकने की परंपरा भी अब हेरिटेज घोषित हो सकती है!
सवाल ये नहीं कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच होना चाहिए या नहीं, सवाल ये है कि हम मैच को “मनोरंजन” मानते हैं या “राजनीतिक स्टैंड”?
राउत का हमला सीधा है – बीसीसीआई, खेल मंत्रालय और प्रधानमंत्री पर। और जवाब अभी बाकी है।
गुस्ताखी माफ़! लेकिन क्या अनिल अंबानी ने किसी ‘बड़े’ से पंगा ले लिया?
