
नेपाल में हिंसक घटनाओं के बढ़ते घटनाक्रम को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गोरखपुर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है।
गोरखपुर के मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और डीआईजी एस. चनप्पा ने भारत-नेपाल सीमा का जमीनी निरीक्षण किया और बॉर्डर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
बॉर्डर पर तैनात एजेंसियों के साथ समन्वय बैठक
सीमा पर पहुंचकर दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने:
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सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस के साथ बैठक की
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सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए
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नेपाल की ओर से किसी भी तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंटेलिजेंस नेटवर्क को मजबूत करने पर जोर दिया
अधिकारियों को निर्देश:
“सीमा क्षेत्र में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी निगरानी रखें, साथ ही स्थानीय नागरिकों से संवाद बनाकर रखें।”
हिंसा का असर सीमाई इलाकों पर संभावित, प्रशासन सतर्क
नेपाल में चल रही अस्थिरता का असर भारत के सीमाई इलाकों पर भी पड़ सकता है। ऐसे में गोरखपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले बॉर्डर एरिया जैसे:
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महराजगंज, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर पर विशेष निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।
जनता से अपील: अफवाहों से बचें, सहयोग करें
प्रशासन ने सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों से शांति बनाए रखने, अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।
जांच के दौरान मंडलायुक्त व DIG ने सीमा चौकियों, गश्त व्यवस्था और इंट्री प्वाइंट्स का जायजा लिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों को सतर्क रहकर कार्य करने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए।
प्रशासन अलर्ट मोड में, बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाई गई
नेपाल में उत्पन्न हालात के मद्देनज़र गोरखपुर प्रशासन ने भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सख्ती बढ़ा दी है।
यह कदम क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सही समय पर उठाया गया निर्णायक प्रयास है।
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