
देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्था IIT बॉम्बे ने कक्षा 6 से 12 के छात्रों के लिए यूरेका जूनियर 2025 का ऐलान कर दिया है। अब ‘पढ़ाई करो, नौकरी पाओ’ का जमाना गया, ‘पिच करो, फंडिंग पाओ’ वाला दौर शुरू हो चुका है।
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CBSE ने सभी स्कूलों को तुरंत नोटिस भेजा — “छात्रों को यह बताइए कि मैथ्स के साथ मार्केट रिसर्च भी जरूरी है।”
बच्चों के पास विचार नहीं तो क्या! सोचने का कोचिंग मिलेगा फ्री
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए छात्रों को एक भी रुपया नहीं देना पड़ेगा, यानी “बिन फीस का स्टार्टअप सपना।” प्रतियोगिता के दौरान छात्रों को बिजनेस प्लानिंग से लेकर, इन्वेस्टमेंट मांगने की कलाकारी तक सिखाई जाएगी।
कार्यशालाएं, बूट कैंप्स और मेंटरशिप — सब कुछ बिल्कुल वैसे ही जैसे Shark Tank, बस यहां मछली नहीं… बच्चे होंगे।
क्लास 6 वाले CEO बनेंगे, टीचर बनेंगे Co-founder
अगर आप सोच रहे हैं कि 6वीं क्लास का बच्चा क्या बिजनेस करेगा — तो जनाब, यही तो गेम चेंज है! बच्चे बताएंगे:
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“स्कूल यूनिफॉर्म में स्मार्ट फैब्रिक कैसे लाएं”
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“होमवर्क को AI से ऑटो-पूरा करने वाला ऐप”
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“टिफिन शेयरिंग के लिए ब्लॉकचेन नेटवर्क”
और हाँ, टीचर्स भी मेंटर बन सकते हैं, यानी वही जो कल तक होमवर्क न करने पर डांटते थे, अब आइडिया न देने पर कोचिंग देंगे!
ऑनलाइन ही होगा सब कुछ, सिर्फ फाइनल राउंड IIT में
छात्रों को https://www.ecell.in/eurekajunior/ पर जाकर 15 जुलाई 2025 तक रजिस्टर करना होगा। क्विज़ और बाकी राउंड ऑनलाइन होंगे — ताकि बच्चे पहले स्टार्टअप बना लें, बाद में स्कूल जाएं।
फाइनल राउंड IIT बॉम्बे में होगा, जहां बोर्ड की कॉपियों की जगह, पिच डेक चेक होंगे।
टीम नहीं है? कोई बात नहीं! यहां दोस्ती नहीं, बिजनेस पार्टनर बनते हैं
अगर टीम नहीं है, तो चिंता मत करो! प्रतियोगिता के अगले चरण में टीम बनाने का भी मौका मिलेगा, यानी “टीम बनाओ – आइडिया बताओ – फंडिंग पाओ – और छुट्टी मनाओ!”
IIT बॉम्बे का यह कदम उस समय आया है जब बच्चे गेम्स में लूट बॉक्स ढूंढ रहे हैं, लेकिन अब वे “बिजनेस मॉडल” ढूंढेंगे। तो माता-पिता सावधान रहें — आपके बच्चे आजकल पेंसिल नहीं, IPO की सोच रहे हैं।
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