
उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री व बहराइच प्रभारी सूर्य प्रताप शाही ने आज प्रेस वार्ता में GST सेकंड को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने बताया कि अब GST सिर्फ गब्बर सिंह टैक्स नहीं, बल्कि “गरीब समर्थक टैक्स” बन चुका है।
GST सेकंड: क्या-क्या हुआ टैक्स फ्री?
मंत्री शाही ने बताया कि डबल इंजन सरकार ने GST में संशोधन करते हुए आम आदमी की जेब का ध्यान रखा है। नए बदलावों में:
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बच्चों की किताबें टैक्स फ्री
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पेंटिंग का सामान टैक्स फ्री
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अच्छे कपड़े अब सस्ते
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जूते भी जेब पर हल्के
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मकान से जुड़ी कई जरूरी चीज़ें राहत में
“अब कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित नहीं रहेगा, कोई भी गरीब फटे कपड़े नहीं पहनेगा!” – सूर्य प्रताप शाही
राहुल गांधी पर तंज: GST पहले “गब्बर सिंह टैक्स”, अब चुप्पी क्यों?
प्रेस वार्ता में मंत्री जी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए कहा:
“जब GST आया था, तब राहुल गांधी उसे ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कह रहे थे। अब जब वही टैक्स आम लोगों को राहत दे रहा है, तब मौन व्रत क्यों?”
“मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला”
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है।
“अब GST में सुधार का असली मतलब समझिए — यह सिर्फ टैक्स नहीं, आर्थिक सामाजिक न्याय है।”
GST सेकंड बनाम GST फर्स्ट: क्या बदला?
फीचर | GST फर्स्ट | GST सेकंड |
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किताबें | टैक्सेबल | टैक्स फ्री |
कपड़े | टैक्सेबल | कम दरों पर टैक्स या फ्री |
पेंटिंग और स्टेशनरी | टैक्सेबल | टैक्स फ्री |
घर से जुड़ी चीजें | मिश्रित टैक्स स्लैब | प्राथमिक वस्तुओं पर राहत |
मकसद | रेवन्यू | राहत + रेवन्यू संतुलन |
GST अब ‘गब्बर सिंह’ नहीं, गरीबों का ‘सहयोगी’ है
GST सेकंड के ज़रिए मोदी सरकार ने ये संदेश देने की कोशिश की है कि टैक्स सिर्फ कमाई का जरिया नहीं बल्कि नीतिगत सोच का हिस्सा है — जो आम जनता को सीधे लाभ दे सकती है।
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