
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नए कार्यकारी आदेश पर दस्तखत किए हैं — और ये कोई छोटा-मोटा ऑर्डर नहीं है। इसमें गोल्ड, निकेल, फार्मास्युटिकल, रसायन, और एयरक्राफ्ट पार्ट्स तक पर टैरिफ छूट दी गई है।
मतलब अब अमेरिका को ये सब फ्री में चाहिए — जैसे Netflix का फ्री ट्रायल।
“अगर अमेरिका में नहीं उगता या खनन नहीं हो सकता, तो उस पर टैक्स क्यों दें?” — ट्रंप का सीधा सवाल और उल्टा जवाब।
जेनेरिक दवाओं से लेकर मसाले तक: सब फ्री में आइए
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स्यूडोएफेड्रिन, एंटीबायोटिक्स, और कुछ स्पेशल कॉफी और मसाले भी इस टैरिफ छूट की लिस्ट में हैं।
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रेजिन, सिलिकॉन, और एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जैसे मटीरियल्स को भी राहत मिली है।
यानि अब अमेरिका में चाय-कॉफी का स्वाद भी विदेशी होगा, और दम भी।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की ‘फेलियर’ स्वीकृति
2 अप्रैल को हस्ताक्षर किए गए इस आदेश के कुछ ही दिन बाद, ट्रंप ने एक सभा में खुलकर अपनी नाकामी स्वीकार कर ली।
“मैंने सोचा था पुतिन मेरे दोस्त हैं।”
उन्होंने माना कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का वादा उनका सबसे कठिन वादा साबित हुआ — और शायद सबसे महंगा भी।
व्हाइट हाउस में हुआ “कांग्रेस डिनर” और भावुक कबूलनामा
रोज गार्डन की उस डिनर टेबल पर ट्रंप ने दावा किया:

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हमने 7 युद्ध रुकवाए,
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31, 35, और 37 साल पुराने युद्ध कुछ ही घंटों में खत्म कर दिए (सच में?)
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लेकिन पुतिन वाला ‘गेम’ नहीं जीत पाए।
मतलब डिनर में स्पाइसी सिर्फ खाना नहीं था, बयान भी थे।
ट्रेड डील्स का ‘रीमिक्स’ और भारत से रिश्तों की ‘रिचार्जिंग’ की कोशिश
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को अब अन्य देशों से डील्स करने की फ्री हैंड मिल गई है। यूरोपीय संघ, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ पुराने समझौतों को रीलॉन्च किया जा सकता है।
भारत से टैरिफ विवाद के चलते रिश्तों में सर्दी थी, अब शायद मौसम बदले।
ट्रंप वादे करते हैं, टैरिफ हटाते हैं, लेकिन युद्ध नहीं रोक पाते!
ट्रंप के नए आदेश में राहत है, लेकिन राजनीति में उलझनें बरकरार हैं। उनकी पॉलिसी में टैरिफ फ्री है, लेकिन कंट्रोवर्सी हमेशा ऑन!
ट्रंप की ये चाल व्यापार के मोर्चे पर उन्हें मजबूत कर सकती है, लेकिन वादों का रिपोर्ट कार्ड अब भी अधूरा है।