
लाल किले के पास 11 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। सुरक्षा एजेंसियां लगातार जांच में लगी हुई हैं और अब इस केस में सबसे बड़ा एक्शन सामने आया—आतंकी उमर मोहम्मद के घर को IED से उड़ाया गया।
जी हां—घर उड़ गया, लेकिन पड़ोसियों की खिड़की तक नहीं हिली। इसे कहते हैं—“एकदम सर्जिकल स्ट्राइक वाली सटीकता!”
घटना में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पहले ही साफ कर चुके हैं—“दोषियों को सजा ऐसी मिलेगी कि दुनिया देखेगी।”
सुरक्षा एजेंसियों की High Precision स्ट्राइक
उमर मोहम्मद के घर को प्रोटोकॉल के तहत IED से उड़ाया गया। कार्रवाई इतनी क्लीन थी कि बगल के मकान की दीवार भी नहीं छिली।
पड़ोसी बोले— “हम समझे बिजली का ट्रांसफॉर्मर फटा होगा… बाद में पता चला पूरा घर गुम!”
ब्लास्ट की जांच: चार संदिग्ध गाड़ियां जब्त
ब्लास्ट से पहले आतंकियों ने कई गाड़ियां इस्तेमाल की थीं। अब तक चार संदिग्ध कारें पुलिस के हाथ लग चुकी हैं। एक संदिग्ध कार अल-फलाह यूनिवर्सिटी की पार्किंग से मिली, जो डॉ. शाहीन शाहिद के नाम रजिस्टर्ड है— जो पहले से ही आतंकी साजिश में गिरफ्तार है।
Al-Falah University पर गिरा शिकंजा
यूनिवर्सिटी और ब्लास्ट कनेक्शन सामने आने के बाद— यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द कर दी गई है।
लोग बोल रहे— “अब समझ आया कि एडमिशन फॉर्म इतना लंबा क्यों था…!”

देश की तमाम एजेंसियां ऑन वॉर मोड
NIA, Delhi Police, IB, सब की टीमें एक साथ लगी हुई हैं। नए-नए खुलासे हर घंटे निकल रहे हैं। Case का माहौल कुछ ऐसा है— Netflix की सीरीज़ चल रही हो, पर इसमें ब्रेक नहीं… सिर्फ ब्रेकिंग है!
देश में सवाल—कौन, कैसे, और क्यों?
जांच टीमें पूरी ताकत से जुटी हुई हैं। टाइमलाइन, गाड़ियां, नेटवर्क—सबकी धज्जियां उड़ रही हैं। और आतंकी नेटवर्क के लिए संदेश साफ–
“खेल खत्म…।”
Delhi Blast केस अब फाइनल फेज़ में एंटर कर चुका है। एक्शन तेज़, सबूत मिल रहे, और पुलिस का मूड पूरी तरह— “No Mercy, Only Justice” मोड में है।
