
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर बांग्लादेश सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए। आतंक की इस बर्बर कार्रवाई के खिलाफ बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कड़ी निंदा की है।
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मोहम्मद यूनुस का बयान: “यह जघन्य कृत्य है”
बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर एक भावुक संदेश जारी किया। उन्होंने लिखा:
“कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में बेगुनाह लोगों की मौत पर हम संवेदना व्यक्त करते हैं। हम इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हैं।“
उन्होंने अपने संदेश में यह भी कहा कि बांग्लादेश आतंकवाद के हर रूप का विरोध करता है और ऐसे हमलों के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है।
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विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज़: “बांग्लादेश भारत के साथ”
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भी एक आधिकारिक प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए हमले की कड़ी निंदा की। मंत्रालय ने कहा:
“बांग्लादेश जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकवादी घटना की कड़ी निंदा करता है, जिसमें बेगुनाह नागरिकों की मौत हुई है।“
“हम मारे गए लोगों के परिवारवालों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।“
प्रेस रिलीज़ में यह भी कहा गया कि बांग्लादेश आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संघर्ष में अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है और भारत जैसे पड़ोसी देश के साथ मिलकर इस चुनौती का सामना करने को तैयार है।
कूटनीतिक रूप से अहम संदेश
यह प्रतिक्रिया ऐसे समय पर आई है जब भारत में आतंकवाद के खिलाफ माहौल बहुत संवेदनशील है। बांग्लादेश की यह प्रतिक्रिया भारत-बांग्लादेश के घनिष्ठ संबंधों और क्षेत्रीय शांति में योगदान की भावना को दर्शाती है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि दक्षिण एशियाई देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होते जा रहे हैं।
पहलगाम हमला केवल भारत पर हमला नहीं था, यह मानवता पर हमला था। बांग्लादेश की ओर से आई यह संवेदनशील और मजबूत प्रतिक्रिया इस बात का प्रमाण है कि दुनिया आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होती जा रही है। भारत को इस वैश्विक समर्थन को नीति और कार्रवाई दोनों में बदलने की ज़रूरत है।