बजरंग दल की मांग पंडाल के बाहर लगे वराह अवतार की तस्वीर- जानिए क्यों

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

गोरखपुर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है जिसमें गरबा पंडालों में “विधर्मियों” के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई है।

धार्मिक माहौल बनाए रखने की अपील

VHP के विभाग संगठन मंत्री निखिल और बजरंग दल संयोजक विनोद कुमार मिश्र ने गरबा आयोजकों को सख्त चेतावनी दी कि गरबा केवल धार्मिक परंपराओं के अनुरूप आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा:

“गरबा आयोजन में किसी भी हाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों को प्रवेश न दिया जाए।”

मां भगवती की प्रतिमा अनिवार्य, व्यावसायिकता पर बैन

नेताओं ने यह भी कहा कि गरबा स्थल पर मां भगवती की प्रतिमा/तस्वीर अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। पूजा और आरती के बाद ही गरबा शुरू हो। आयोजन को कमर्शियल इवेंट की तरह इस्तेमाल न किया जाए।

वराह अवतार की तस्वीर लगाने का सुझाव

पहचान को लेकर विवादित बयान में कहा गया कि:

“पंडाल के बाहर वराह अवतार भगवान विष्णु की तस्वीर लगाकर ही लोगों को प्रवेश दिया जाए, ताकि जिहादी घुस न सकें।”

महिलाओं से ड्रेस कोड फॉलो करने की अपील

कार्यक्रम में महिलाओं से मर्यादित परिधान पहनने की अपील की गई। कहा गया कि मां भगवती की पूरी श्रद्धा और भक्ति से आराधना करें ताकि सनातन धर्म की गरिमा बनी रहे।

शामिल प्रमुख लोग

इस कार्यक्रम में शामिल प्रमुख नाम:

  • दुर्गेश त्रिपाठी (प्रांत प्रचार प्रमुख, VHP)

  • सूर्यनाथ सिंह, विष्णु प्रताप सिंह

  • विनोद कुमार मिश्र, शीतल मिश्रा

  • अजय, अम्बरीष बजरंगी, राहुल यादव, विकास यादव

  • देवेश वैश्य, बिट्टू, मनीष, पीडी पांडेय आदि।

गरबा बने भक्ति का मंच, न कि राजनीतिक बहस का

यह पूरा मामला अब एक धार्मिक मुद्दे से आगे बढ़कर सामाजिक बहस का रूप ले चुका है। सवाल ये उठता है: धार्मिक आयोजनों में समावेशिता बनाम सांस्कृतिक सुरक्षा—कौन सी प्राथमिकता होनी चाहिए?

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