‘बाबा’ चैतन्यानंद: भगवा चोला, काली करतूतें और 40 करोड़ का फ्रूट सलाद

अजमल शाह
अजमल शाह

कभी प्रवचन देते थे, आज पुलिस पूछ रही है — “बोल बेटा, तूने कितनों को फंसाया?”
बाबा चैतन्यानंद सरस्वती, जिनका नाम सुनते ही पहले लोग चरण छूते थे, अब सोशल मीडिया पर मीम्स बन रहे हैं।

गिरफ्तार कहां से हुए?

आगरा के ‘फर्स्ट ताजगंज’ होटल से दिल्ली पुलिस ने पकड़ा, और साथ में बरामद किया 3 मोबाइल फ़ोन, 1 iPad

कई लड़कियों की चैट्स, डीपी स्क्रीनशॉट्स और एयरहोस्टेस के साथ फोटोज और हां… बाबा की ‘फलाहारी’ डिमांड लिस्ट!

पुलिस से सहयोग? जी नहीं, बाबा तो बोले: “मैं कुछ नहीं जानता”

पूछताछ के दौरान झूठ पर झूठ। जब सख्ती की गई और सबूत सामने रखे गए, तब जाकर बाबा बोले: “ओह हां… कुछ याद आया!” दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब बाबा को उनकी खुद की चैट्स दिखाई गईं, तो जवाब मिला – “ये मेरी ‘कथा’ की स्क्रिप्ट है।”

पहला दिन हिरासत का – और बाबा की ‘स्वादिष्ट’ डिमांड

जैसे ही पुलिस स्टेशन पहुंचे, बाबा बोले – “थोड़े फल भेज दो, पेट साफ रहेगा तो प्रवचन अच्छे निकलेंगे!”

क्या-क्या मांगा?

ताजे फल, मिनरल वॉटर, और शायद थोड़ी शांति… (जो अब मिलना मुश्किल है)

बाबा के खिलाफ अब तक क्या-क्या खुला है?

खुलासा विवरण
Chat Leaks लड़कियों को बरगलाने वाली निजी चैट्स
Photo Proof एयरहोस्टेस और युवतियों के साथ फोटो
स्क्रीनशॉट्स युवतियों के DP के स्क्रीनशॉट्स सेव
फर्जी दस्तावेज़ 2 पासपोर्ट, फर्जी विजिटिंग कार्ड
आर्थिक घोटाले 40 करोड़ का फर्जीवाड़ा

16 छात्राओं के यौन शोषण के आरोप – भगवा में छिपा हैवान?

आरोपों के मुताबिक बाबा ने आश्रम की छात्राओं का यौन शोषण किया। पुलिस को शक है कि यह सिर्फ शुरुआत है, पीड़ितों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है।

पुलिस बोले: “बाबा हर सवाल का देता है गोलमोल जवाब”

बाबा की दो महिला सहयोगियों को हिरासत में लिया गया है। आमना-सामना कराकर बाबा से सच निकलवाने की कोशिश पर बाबा का रवैया अब भी ‘ढोंगी फकीर’ वाला है।

आखिर कब तक ये ढोंग?

भारत में ऐसे बाबाओं की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है — जो धर्म के नाम पर धोखा, विश्वास के नाम पर व्यभिचार और साधना के नाम पर साजिश करते हैं।

भगवा पहनने से कोई संत नहीं होता, और फ्रूट मांगने से भूखा नहीं साबित होता!

बाबा चैतन्यानंद का मामला सिर्फ कानून का नहीं, बल्कि समाज की आंखें खोलने वाला है। ये केस चीख-चीख कर कह रहा है — “अब सतर्क हो जाओ!”

“जब धर्म धंधा बन जाए, तो उसमें भक्ति नहीं, सिर्फ बिक्री होती है।” – ये केस इसका जीता-जागता उदाहरण है।

जब मन बोले “सब कुछ ठीक है” और दिमाग बोले “Alert! You’re screwed!”

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