
अरुणाचल प्रदेश के गृह और स्वदेशी मामलों के मंत्री मामा नतुंग ने साफ शब्दों में कहा है कि “सरकार अकेले हर समस्या का समाधान नहीं कर सकती।”
वे गुरुवार को स्वदेशी मामलों के विभाग द्वारा आयोजित समुदाय आधारित संगठनों (CBOs) के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे।
क्या बोले मामा नतुंग?
“कुछ ऐसे अहम मुद्दे हैं, जिनमें समुदाय की भूमिका सरकार से भी ज़्यादा अहम हो जाती है।”
बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई?
इस इंटरएक्टिव बैठक में 19 संघीय CBOs और अरुणाचल स्वदेशी जनजाति फोरम ने हिस्सा लिया। चर्चा जिन अहम विषयों पर केंद्रित रही, उनमें शामिल थे:
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अवैध आप्रवासन और ILP (इनर लाइन परमिट)
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नशीली दवाओं का खतरा और युवाओं पर इसका प्रभाव
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सांप्रदायिक सद्भाव और आदिवासी समुदायों में एकता
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पड़ोसी राज्यों के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व
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स्थानीय साप्ताहिक बाज़ारों का नियमन
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संस्कृति और धरोहर की रक्षा
CBOs: साइलेंट वॉरियर्स ऑन द ग्राउंड
मंत्री नतुंग ने CBOs की प्रशंसा करते हुए उन्हें कई मुद्दों पर सरकार से पहले समाधानकर्ता बताया, खासकर:
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ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता
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बॉर्डर पर शांति बनाए रखने में भूमिका
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समुदाय में विवाद समाधान
“सरकारें नीति बना सकती हैं, लेकिन उसे ज़मीन पर लागू करने का काम CBOs ही करती हैं।” – मामा नतुंग
मजबूत लोकतंत्र के लिए ज़रूरी है जनभागीदारी
गृह मंत्री ने कहा कि यदि हर समुदाय संगठित होकर सरकार के साथ चले, तो:
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नीति निर्माण अधिक संवेदनशील होगा
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सामाजिक समस्याएं समय पर सुलझाई जा सकेंगी
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सरकारी तंत्र पर बोझ भी कम होगा
उन्होंने सभी CBOs से अपील की कि वे अपने प्रयासों को जारी रखें और प्रशासन के साथ भागीदार बनकर कार्य करें।
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