
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में इजाफा हुआ है और भाजपा की ‘जीरो टॉलरेंस नीति पूरी तरह विफल’ हो चुकी है।
अब न बारिश बचाएगी, न जंगल! 2026 में नक्सलवाद का ‘The End’
उनके अनुसार, महिलाओं को अब न सुरक्षा मिल रही है और न ही सम्मान। यही वजह है कि “राज्य की महिलाएं भाजपा से मुंह मोड़ चुकी हैं।”
पुलिस को बना दिया गया सियासी औजार
अखिलेश का कहना है कि सरकार पुलिस से राजनीतिक काम करवा रही है और विपक्षी नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब सरकार पुलिस से राजनीति करवाएगी, तो कानून व्यवस्था की उम्मीद करना मूर्खता है।”
‘समाजवादी’ योजनाओं को री-ब्रांड कर रही बीजेपी?
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि समाजवादी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को तोड़-मरोड़ कर भाजपा अपने नाम से चला रही है।
‘विद्याधन योजना’ बंद
लैपटॉप की जगह घटिया टैबलेट
500 रुपये की समाजवादी पेंशन बंद, सपा सरकार में ₹3000 तक बढ़ाने का वादा
1090 वीमेन पावर लाइन को किया खत्म: अखिलेश
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार की 1090 वीमेन पावर लाइन, जो महिलाओं की सुरक्षा का मजबूत उपकरण थी, भाजपा ने बजट और रुकावटों के ज़रिए खत्म कर दी।सत्ता में आने पर 1090 को फिर से लाकर और मज़बूत किया जाएगा।
EVM पर सवाल, अमेरिका की मिसाल
कुंदरकी उपचुनाव का हवाला देते हुए उन्होंने चुनाव आयोग से CCTV फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की। साथ ही EVM के बजाय पेपर बैलट की वकालत की, जब अमेरिका में बैलेट से वोटिंग हो सकती है तो भारत में क्यों नहीं?
पंचायत चुनाव में महिलाओं को बड़ी भूमिका
अखिलेश ने घोषणा की कि 2027 में सपा सरकार बनने पर संगठन की महिलाओं को बड़ी संख्या में चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के समय शुरू हुए पंचायतों में महिला आरक्षण की बात को भी याद किया।
‘फर्जी एनकाउंटर और भाजपा का आंतरिक झगड़ा’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के अंदर गंभीर खींचतान चल रही है — “विधायक और मंत्री आपस में नहीं बनते।” साथ ही फर्जी एनकाउंटर की घटनाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
BJP = ‘भारतीय ज़मीन पार्टी’?
लखनऊ के मॉल और किसान बाजार को लेकर अखिलेश ने कहा,“किसान बाजार की जगह अब होटल बन गया है। ये भारतीय जनता पार्टी नहीं, भारतीय ज़मीन पार्टी है।”
उन्होंने कहा कि BJP जेपीएनआईसी (JPNIC) बेचना चाहती थी। “अगर बचेगा, तो सपा खरीदेगी।”
‘2027 सपा की वापसी का रोडमैप तैयार’
अखिलेश यादव के इस हमले से साफ है कि समाजवादी पार्टी अब महिला सुरक्षा, कल्याणकारी योजनाओं और सरकार की कथित नाकामियों को 2027 का बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है।