
सपा सांसद राजीव राय ने अपने हालिया बयान से देश की राजनीतिक गली में तूफान ला दिया है। उन्होंने कहा कि “एक दिन अखिलेश यादव प्रधानमंत्री बनकर दुनिया को संबोधित करेंगे।” ये उन्होंने तब कहा जब वह संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के एक अनौपचारिक संसदीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर अमेरिका रवाना हो रहे थे।
अब सवाल ये उठता है:
क्या ये बयान दिल से निकला सपना है या चुनावी मौसम का ट्रेलर?
“अखिलेश देंगे समाजवाद का संदेश” – बोले राजीव राय
राजीव राय का कहना है कि अखिलेश यादव ना सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे, बल्कि दुनिया को समाजवाद और सामाजिक सौहार्द का पाठ भी पढ़ाएंगे।
“UNGA एक बड़ा मंच है। और मुझे गर्व है कि मैं वहां जा रहा हूं। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने सिखाया था – राष्ट्र सर्वोपरि होता है।”
— राजीव राय, सपा सांसद
नेताजी, ऑपरेशन सिंदूर और सर्जिकल स्ट्राइक: सपा का राष्ट्रवादी अवतार?
राजीव राय ने ये भी याद दिलाया कि सपा सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन करने वाली पहली पार्टी थी। उन्होंने मुलायम सिंह यादव की संसद में चीन के खिलाफ 9 भाषणों का भी जिक्र किया।
अब ये सोचने वाली बात है कि क्या सपा अब समाजवाद के साथ-साथ राष्ट्रवाद का भी नया पैकेज ला रही है? या फिर ये सब 2025 के चुनाव ट्रेलर के लिए शूट किया गया एक पॉलिटिकल मोनोलॉग है?

UNGA: नया भारत या नया PR मिशन?
राजीव राय ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू के समय से ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में संसदीय प्रतिनिधिमंडल जाता रहा है, लेकिन “मोदी सरकार आने के बाद इसे रोक दिया गया था।” अब इसे फिर से शुरू किया गया है।
“पहले बैच में 15 सदस्य जा रहे हैं। तीसरे सप्ताह में एक और बैच जाएगा। मैं पार्टी और नेतृत्व का आभारी हूं।”
राजीव राय का बयान Dream Big कैटेगरी में आता है। अखिलेश यादव का प्रधानमंत्री बनना मुमकिन है – बस देश की राजनीति, जनता का मूड, और विपक्ष की एकता – तीनों का perfect alignment होना ज़रूरी है।
सपना देखना फ्री है, लेकिन सत्ता का रास्ता UNGA से होकर नहीं, जनता के दिल से होकर जाता है।