एयर इंडिया AI-171 हादसा: मंत्री भावुक हुए… पर अब सच सामने आना चाहिए!

शकील सैफी
शकील सैफी

दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु की अध्यक्षता में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। शुरुआत हुई अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने से। सभी अधिकारियों ने एक मिनट का मौन रखा।

NEET 2025 रिजल्ट आउट! टॉप किया राजस्थान के महेश कुमार ने

इसके बाद मंत्री भावुक होते हुए बोले,

“मैंने अपने पिता को एक कार एक्सीडेंट में खोया है… मैं इस दर्द को समझता हूं।”

 जांच कमेटी गठित, ब्लैक बॉक्स मिला

हालाँकि भावनाओं के साथ-साथ कड़ाई भी ज़रूरी है। मंत्री ने बताया कि हादसे के पहले दिन से ही जांच शुरू हो गई थी, और अब केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी को तीन महीने के भीतर रिपोर्ट पेश करनी होगी।

शुक्रवार शाम 5 बजे विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। इससे अब तकनीकी कारणों की सटीक जानकारी मिलने की उम्मीद है।

हादसे से ठीक पहले दी गई थी इमरजेंसी सूचना

जांच में यह भी सामने आया है कि पायलट ने हादसे से पहले इमरजेंसी सिग्नल भेजा था। जब विमान सिर्फ 650 फीट की ऊंचाई पर था, तभी तकनीकी खराबी आई और एटीएस (ATS) से संपर्क टूट गया। कुछ ही क्षणों बाद विमान क्रैश हो गया।

16 जून को जांच समिति की बैठक

नागरिक उड्डयन सचिव एस. के. सिन्हा ने बताया कि 16 जून को जांच कमेटी की अहम बैठक होगी। हर पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है — तकनीकी कारण, मानवीय भूल, मौसम और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़ी सूचनाएं सभी की समीक्षा होगी।

 मंत्री जी की भावना ठीक, लेकिन देश को चाहिए सच्चाई

मंत्री जी की संवेदना सराहनीय है, लेकिन अब जनता को सिर्फ सहानुभूति नहीं — सटीक जवाब चाहिए। आखिर कैसे एक व्यवस्थित विमान उड़ान के दौरान क्रैश हो गया? कौन ज़िम्मेदार था? क्या पहले कोई तकनीकी चेतावनी मिली थी?

हर सवाल का जवाब जरूरी है, ताकि दोबारा ऐसा हादसा न हो।

कैप्टन सुमित सभरवाल – रिटायरमेंट से पहले आखिरी उड़ान… और आखिरी सांस

Related posts