
बलिया जनपद के सहतवार क़स्बे में एक मां और उसके नवजात की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है। आदर्श सेवा सदन अस्पताल में डिलीवरी के नाम पर जो ड्रामा हुआ, वो असल ज़िंदगी का ट्रेजिक थ्रिलर बन गया।
सितारे जमीन पर प्रमोशन- आमिर बोले – “हरी मिर्च नहीं है क्या?
डॉक्टर या जादूगर? ऑपरेशन रूम से गायब!
महिला की डिलीवरी के लिए डॉक्टर ने ऑपरेशन रूम में चाकू-कैंची का खेल शुरू किया, लेकिन जैसे ही मामला गड़बड़ाया, डॉक्टर साहब ‘परेश रावल की हेराफेरी’ मोड में आ गए – और फुर्र!… न डॉक्टर दिखे, न स्टाफ। सब गायब!
भाई पहुंचा तो बहन मृत, पेट में बच्चा भी नहीं बचा
घंटों तक कोई सूचना न मिलने पर जब महिला का भाई मौके पर पहुंचा और पुलिस को बुलाया, तो जो नज़ारा देखा – वो रुला देने वाला था। बहन की लाश ऑपरेशन टेबल पर थी और 9 महीने का बच्चा भी पेट में ही दम तोड़ चुका था।
परिजनों का बुरा हाल, पुलिस को दी तहरीर
थाने में भाई ने रो-रो कर तहरीर दी और अस्पताल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनकी मांग सिर्फ इंसाफ नहीं, आने वाली माँओं की जान बचाने की भी है।
CMO बलिया का एक्शन: अस्पताल सीज, FIR पक्की
मामले का संज्ञान लेते हुए CMO बलिया ने मौके पर पहुंच कर अवैध रूप से चल रहे अस्पताल को सील कर दिया। डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है।
क्या हम ऐसी ‘सेवा’ के लायक हैं?
“आदर्श सेवा सदन” नाम सुनकर तो लगता है जैसे यहाँ भगवद्गीता की क्लास लगती हो, लेकिन असलियत में यहाँ मौत की स्क्रिप्ट लिखी जा रही थी।
हेल्पलेस केयर!
अगर मेडिकल लापरवाही पर ऐसी कड़ी कार्रवाई हर जगह हो, तो शायद कोई और माँ अपने बच्चे को खोने के डर में अस्पताल न जाए। क्योंकि डॉक्टर भगवान का रूप तभी तक हैं, जब तक वो अपने काम से भागते नहीं।