
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद जो भी सोच रहे थे कि अब Lalu परिवार थोड़ा शांत होगा—तो भाई, सियासत में शांति नाम की चीज़ सिर्फ किताबों में मिलती है।
अब नया ड्रामा सामने आया है, और इस बार लीड रोल में हैं तेज प्रताप यादव—लालू यादव के बड़े बेटे, जो अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) को लेकर लगातार सुर्खियों में हैं।
NDA को ‘नैतिक समर्थन’: तेज प्रताप का नया राजनीतिक योगासन
JJD की बैठक में पार्टी ने अचानक फैसला किया कि वे मौजूदा NDA सरकार को “नैतिक समर्थन” देंगे। मतलब—सरकार नहीं गिराएंगे और खुद भी नहीं संभालेंगे… Pure Himalayan-style Moral Support!
पार्टी प्रवक्ता प्रेम यादव ने बताया कि यह कदम तेज प्रताप की नई राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। तेज प्रताप RJD से दूरी बनाकर अपनी “ख़ुद की सियासी पहचान” बनाना चाहते हैं—कुछ ऐसा कि लोग कहें:
“ये हैं असली Lalu Politics के वारिस!”
तेज प्रताप ने तो RJD को ‘फर्जी पार्टी’ तक कह दिया है और JJD को “असली लालू यादव पार्टी” घोषित कर दिया। मतलब पारिवारिक WhatsApp ग्रुप में अब त्योहारों वाले मैसेज भी Forward नहीं होंगे।
रोहिणी आचार्य को राष्ट्रीय संरक्षक: पारिवारिक ड्रामा में नया प्लॉट ट्विस्ट
अब आते हैं सबसे मसालेदार पार्ट पर—JJD मीटिंग में तेज प्रताप ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य को पार्टी का राष्ट्रीय संरक्षक बनाने का प्रस्ताव रख दिया। रोहिणी आचार्य पहले ही तेजस्वी यादव से भिड़ंत के बाद पटना छोड़कर दिल्ली पहुंची हुई हैं। और ऐसे समय में यह ऑफर… यानि राजनीति भी, और भाई–बहन वाला प्यार भी!

यदि रोहिणी इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती हैं, तो:
- लालू परिवार का Cold War- Open War
- राजनीति – पूरा TV Soap Opera
- बिहार में नई सत्ता-समीकरण की लाइनें नई तरह से खिंचेंगी
ये सीधा-सीधा Bihar Politics Cinematic Universe (BPCU) का नया चैप्टर है।
लालू परिवार की राजनीति: अब OTT-worthy Script
तेजस्वी vs तेज प्रताप
रोहिणी vs तेजस्वी
और JJD vs RJD
अगर यही सब चलता रहा तो बिहार के राजनीतिक विश्लेषकों की नौकरी आसान हो जाएगी—बस “Lalu Parivar आज क्या कर रहा है?” अपडेट करना होगा।
