
पटना के होटल मौर्या में शुक्रवार को NDA ने अपना पहला संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया — और वादा किया “1 करोड़ सरकारी नौकरियां” देने का। जी हां, पहली बार NDA ने एक साथ “संकल्प पत्र” जारी किया, जिसमें नीतीश कुमार, जेपी नड्डा, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा एक मंच पर नजर आए।
घोषणा पत्र जारी करते हुए BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा — “यह बिहार के विकास का दस्तावेज है, मोदी देंगे गारंटी और NDA पूरी करेगी जिम्मेदारी।”
दूसरी ओर, महागठबंधन पर तंज कसते हुए बोले — “राहुल गांधी अभी राजनीति के किंडरगार्टन में हैं।”
क्या है NDA का चुनावी ‘संकल्प’?
- युवाओं को 1 करोड़ सरकारी नौकरियां
- किसानों और महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं
- बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य ढांचे को दुरुस्त करने का वादा
- “विकसित बिहार” का सपना — 2025 तक तेज रफ्तार से विकास
NDA नेताओं ने कहा कि “यह सिर्फ वादा नहीं, मोदी की गारंटी है।”
सीटों का गणित — कौन कहाँ से लड़ रहा है?
- BJP: 101 सीटें
- JDU: 101 सीटें
- LJP (रामविलास): 29 सीटें
- HAM (सेक्युलर): 6 सीटें
- RLM (उपेंद्र कुशवाहा): 6 सीटें
मतदान की तारीखें तय हैं — 6 और 11 नवंबर, जबकि नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।

महागठबंधन का पलटवार: ‘तेजस्वी प्रण’ vs ‘मोदी गारंटी’
महागठबंधन पहले ही अपना घोषणा पत्र “तेजस्वी प्रण” जारी कर चुका है। तेजस्वी यादव ने 20 दिन में नौकरी देने का दावा किया है — NDA ने अब उसी पर 1 करोड़ का “पॉलिटिकल रिटर्न गिफ्ट” दे दिया।
अब सवाल है — “बिहार में नौकरियां ज्यादा होंगी या वादे?” “NDA का एक करोड़ नौकरी वाला वादा, क्या ये रोजगार है या इलेक्शन जॉब फेयर?”
तेजस्वी यादव बोले — “बाहरी लोग बिहार को ग़ुलाम बनाना चाहते हैं”

 
			 
                             
                            