
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उन्हें “विश्वसनीय खुफिया रिपोर्टें” मिली हैं – जैसे किसी ने व्हाट्सएप फ़ॉरवर्ड कर दिया हो – कि हमास ग़ज़ा में फिर से ‘गड़बड़ करने की सोच रहा है’। यानी संघर्षविराम के बीच फिर से उबाल आ सकता है।
हालांकि रिपोर्ट की तस्वीर, वीडियो या PDF अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है – पर अमेरिका ने इतना कह दिया कि “कुछ तो गड़बड़ है, दया नंदन।”
अमेरिका की चेतावनी: “संघर्षविराम से मत खेलो, ये खिलौना नहीं है”
विदेश मंत्रालय ने अपने बयानों में कहा कि हमास अगर हमला करता है, तो ये मध्यस्थता से हासिल हर चीज़ की वाट लगा देगा। शांति का जो fragile गुब्बारा क़तर, मिस्र और तुर्की ने फूंक-फूंक के बनाया है, वो एक धमाके से फुस्स हो सकता है।
मूल भावना:
“हमास, लड़ो मत… डील में डटे रहो। वरना जो थोड़ी बहुत शांति मिली है, वो भी छीनेगी।”
हमास का जवाब: “…” यानी चुप्पी ही सबसे बड़ा बयान?
अब तक हमास ने इस चेतावनी पर कोई बयान नहीं दिया है। मतलब: या तो वो Surprise Planning कर रहे हैं या फिर अपने PR Manager की छुट्टी पर हैं।
संघर्षविराम की हकीकत: “एक आंख से नींद, दूसरी से निगरानी”
फिलहाल इसराइल-हमास संघर्षविराम का पहला चरण जारी है। कुछ ज़िंदा बंधक छोड़े जा चुके हैं। मृतकों के शव सौंपे जा रहे हैं। और बीच-बीच में डील की सांसें गिनी जा रही हैं।

इस डील में सस्पेंस ज़्यादा है और ट्रस्ट कम, और अब अमेरिका की चेतावनी ने सीक्वल की स्क्रिप्ट को थोड़ा और मसालेदार बना दिया है।
“डील है… पर डांवाडोल है”
हमास क्या वाकई हमला करने वाला है? अमेरिका का इंटेलिजेंस सच है या सिर्फ डिप्लोमैटिक ड्रामा?
जो भी हो, मध्य पूर्व का यह सीज़न अभी जारी है – और दर्शकों से यही कहा जा सकता है Stay Tuned, क्योंकि अगला धमाका कभी भी हो सकता है!”
“ग़ज़ा में संघर्षविराम है – पर सबकी उंगलियाँ ट्रिगर पर ही हैं!”
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