
दिपावली से पहले उत्तर प्रदेश की जनता को सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक खास तोहफा दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि अब से हर साल दिवाली से 10 दिन पहले प्रदेश के सभी 75 जिलों में ट्रेड फेयर (Trade Fair) का आयोजन होगा।
इस फैसले का उद्देश्य साफ है – स्थानीय कारीगरों को मंच देना, उपभोक्ताओं को दिवाली से पहले शॉपिंग का एक ही छत के नीचे मज़ा देना और “Vocal for Local” मिशन को ताकत देना।
क्या मिलेगा ट्रेड फेयर में? – भरपूर खरीदारी का मौका!
इस ट्रेड फेयर में आपको सिर्फ सामान नहीं, बल्कि लोकल टैलेंट और संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी:
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हैंडलूम और हस्तशिल्प
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कृषि उत्पाद और फूड प्रोसेसिंग आइटम्स
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MSME सेक्टर के इनोवेटिव प्रोडक्ट्स
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ODOP (One District One Product) के बेस्ट आइटम्स
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महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण उद्यमियों के प्रोडक्ट्स
हर जिले में आपको मिलेगा एक मिनी बाजार, लोकल चीज़ों का ताजगी भरा कलेक्शन।
ट्रेड फेयर का मकसद – Local को Global बनाना
सीएम योगी ने कहा, “दिवाली से पहले हर व्यक्ति कुछ न कुछ खरीदना चाहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रेड फेयर शुरू किए जा रहे हैं। इसका फायदा लोकल कारीगरों और दुकानदारों को होगा। साथ ही लोगों को बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।”
मुख्य उद्देश्य:

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लोकल प्रोडक्ट्स को प्रमोट करना
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रोजगार और सेल्स बढ़ाना
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लोकल इकॉनमी को बूस्ट देना
सरकार का पूरा प्लान – साफ-सुथरा और सुरक्षित मेला
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जिला प्रशासन, उद्योग विभाग और नगर निकाय मिलकर करेंगे आयोजन
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सुरक्षा, ट्रैफिक और स्वच्छता का खास ध्यान
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फैमिली फ्रेंडली माहौल, बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी आरामदायक व्यवस्था
मेले का मज़ा उठाइए बिना किसी टेंशन के!
अंत में – ट्रेड फेयर बनेगा त्योहार का नया हॉटस्पॉट
इस नए फैसले से न सिर्फ़ दिवाली की रौनक बढ़ेगी, बल्कि ‘Vocal for Local’ जैसे अभियानों को नया पंख मिलेगा। तो इस बार दिवाली की शॉपिंग, लोकल बाजार से ही कीजिए – ट्रेड फेयर में आइए, त्यौहार को बनाइए खास!