दवा लेने निकलीं, वापस ही नहीं आईं – मड़ियांव में ‘मिस्ट्री विद मॉम्स’

अजमल शाह
अजमल शाह

लखनऊ में पत्नियाँ घर से निकलीं थीं बच्चियों के साथ दवा लेने, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटीं। पहले तो लगा दवा में देर हो गई होगी, फिर सोचा ट्रैफिक में फँसी होंगी… पर जब फोन भी नहीं उठा — तो मामला सीधा मिस्ट्री मोड में चला गया।

मड़ियांव का मामला, लेकिन सस्पेंस नेटफ्लिक्स स्टाइल

लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र के प्रति नगर सेकंड में रहने वाले दो भाइयों ने अपनी-अपनी पत्नियों के एक साथ लापता होने की शिकायत दर्ज कराई है।

अमित कुमार और उनके भाई की पत्नियाँ गुरुवार सुबह 11 बजे के करीब अपनी बच्चियों के साथ गोल मार्केट से सिविल अस्पताल जाने की बात कहकर निकलीं — और फिर जैसे हवा में गायब हो गईं।

अनजान कॉल्स और सोशल मीडिया – ‘कहानी में ट्वीस्ट यहीं से शुरू होता है’

पीड़ित अमित कुमार के मुताबिक, दोनों महिलाएं सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थीं, खासकर इंस्टाग्राम पर। लापता होने से पहले भी उन्होंने किसी अनजान नंबर से फोन पर बात की थी।

“फोन पे बात करके दवा लेने निकलीं… और फिर न दवा मिली, न खबर!”

अब पुलिस की जांच का फोकस भी कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया चैट्स पर है। मड़ियांव पुलिस ने CDR (Call Detail Record) निकालने और CCTV फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

तीन साल की बच्ची भी साथ – डर है कि कहीं कोई अनहोनी न हो

लापता महिलाओं में से एक की बच्ची महज तीन साल की है। यानी ये केवल मिस्ट्री नहीं, एक गंभीर सुरक्षा का मामला भी बन गया है।

परिवार ने थाने में दी तहरीर में साफ़ कहा कि उन्हें किसी बड़ी अनहोनी का डर सता रहा है। पुलिस से गुहार लगाई गई है कि जल्द से जल्द कोई सुराग निकले।

पुलिस ने क्या किया अब तक?

  • CCTV फुटेज की तलाश जारी है (गोल मार्केट से सिविल अस्पताल रूट पर)

  • मोबाइल लोकेशन और कॉल्स की गहराई से जांच हो रही है

  • आस-पास के होटल्स, गेस्ट हाउस और ट्रांजिट प्वाइंट्स पर नजर

  • परिवार के बयानों के आधार पर सोशल मीडिया चैट्स की जांच भी की जा रही है

क्यों है ये मामला गंभीर?

  1. दोनों महिलाएं एक साथ लापता

  2. बच्चियाँ भी साथ हैं

  3. सोशल मीडिया और अनजान कॉल्स से कनेक्शन

  4. कोई धमकी या फिरौती का कॉल नहीं आया

  5. परिवार का दावा – “पत्नियाँ पहले भी फोन पर चुपचाप किसी से बात करती थीं”

“घर से निकलीं दवा के लिए… अब खुद ही इलाज बन गईं पुलिस जांच का!”

लखनऊ का यह केस महिला सुरक्षा, सोशल मीडिया की सावधानी, और घरेलू रिश्तों में बढ़ती डिजिटल दूरी को लेकर गंभीर संकेत देता है।
UP पुलिस को सस्पेंस सुलझाना होगा — क्योंकि बात अब सिर्फ दवा या घर से बाहर निकलने की नहीं है, बात है विश्वास और सुरक्षा की।

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, हम आपको अपडेट देते रहेंगे।

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