
राजा रघुवंशी हत्याकांड की कहानी जितनी दर्दनाक है, उतनी ही रहस्यमयी भी। इंदौर के चर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के बाद अब उनके परिवार को थोड़ा चैन मिला है—क्योंकि शिलांग में पूजा के बाद राजा का मृतक प्रमाण पत्र (Death Certificate) जारी कर दिया गया है।
शिलांग में आत्मा की शांति के लिए पूजा
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने 24 जुलाई को शिलांग के सोहरा क्षेत्र में उस जगह पर पूजा कराई, जहां राजा का शव मिला था। उनका मानना है कि राजा की आत्मा भटक रही थी, और इसी के चलते केस में भी रुकावटें आ रही थीं।
पूजा विधिपूर्वक करवाई गई, और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई, जिसे अब कोर्ट में बतौर सबूत पेश किया जाएगा। विपिन का कहना है कि “हम कानून पर भरोसा रखते हैं, और दोषियों को सज़ा दिला कर रहेंगे।”
मौत के सर्टिफिकेट के लिए दौड़-भाग
पूजा के बाद विपिन सीधे सोहरा पुलिस स्टेशन और पोस्टमार्टम हॉस्पिटल पहुंचे। वर्षों की तरह लगने वाली इस कानूनी प्रक्रिया के बाद राजा का मृतक प्रमाण पत्र आखिरकार हाथ आया। पहले भी कई बार ट्राई किया गया था, लेकिन दस्तावेज़ नहीं मिल पाए थे।
क्या है रघुवंशी मर्डर केस?
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शादी: 11 मई को इंदौर में सोनम और राजा रघुवंशी की शादी हुई।
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हनीमून: 20 मई को दोनों शिलांग गए, और 22 मई को सोहरा।
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गायब: 24 मई को राजा की मां से आख़िरी कॉल, फिर कोई खबर नहीं।
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लाश मिली: 2 जून को भारी बारिश के बाद राजा का शव मिला।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट: धारदार हथियार से हत्या की पुष्टि।
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गिरफ्तारी: सोनम को 9 जून को यूपी के गाज़ीपुर से पकड़ा गया।
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अब तक: 8 आरोपी अरेस्ट, 3 की ज़मानत हो चुकी है।
कानूनी जंग जारी, पर अब आत्मा को मिली ‘आरआईपी’
विपिन रघुवंशी का यह कदम सिर्फ धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि सबूतों की कड़ी मज़बूती का हिस्सा भी है। अब जब डेथ सर्टिफिकेट कोर्ट में पेश होगा, तो केस की सुनवाई और तेज़ हो सकती है।
क्या इस मर्डर मिस्ट्री का होगा ‘The End’?
अब देखना ये है कि कोर्ट में राजा के परिवार की ये नई कोशिशें क्या रंग लाती हैं। सोनम और उसके कथित साथियों के लिए कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है, लेकिन क्या ये अंत है या कहानी में अभी भी कोई नया ट्विस्ट बाकी है?
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