
उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में इस समय SIR (Special Intensive Revision) चल रहा है—जिसे चुनाव आयोग की भाषा में “मतदाता सूची का वार्षिक सर्विसिंग” भी कह सकते हैं। लेकिन जनता की भाषा में — “नाम कट तो नहीं जाएगा?” यही असली डर है।
लोगों की सबसे बड़ी चिंता- अगर 2003 की वोटर लिस्ट में नाम नहीं है, तो क्या मेरा नाम 2025 की लिस्ट से हट सकता है?
तो पहले ही साफ कर दें… 2003 की लिस्ट में नाम नहीं = आपका वोट नहीं कटेगा। फिक्र छोड़िए, लोकतंत्र अभी भी आपके साथ है!
क्यों 2003 की वोटर लिस्ट को ही उठाया जा रहा है?
दरअसल चुनाव आयोग पुरानी लिस्ट का इस्तेमाल सिर्फ डेटा मिलान के लिए कर रहा है। ये वैसे ही है जैसे पुरानी शादी की एल्बम देखकर चेक करना कि कौन रिश्तेदार अब भी फैमिली मेंबर है या कौन विदेश शिफ्ट हो चुका है।
इसका मतलब:
यह सिर्फ एक संदर्भ सूची है
आपका वोट इसमें न होने से कोई जोखिम नहीं
2003 की वोटर लिस्ट ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करें?
अगर आप भी चेक करना चाहते हैं कि 2003 की लिस्ट में आपका नाम था या नहीं, तो तरीका बेहद आसान है।
तरीका:
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO UP) की वेबसाइट खोलें
- Archived Electoral Rolls / Old Voter List सेक्शन चुनें
- Year में 2003 या 2004 चुनें
- अपना
- जिला
- विधानसभा क्षेत्र
- बूथ नंबर
दर्ज करें - PDF डाउनलोड करें
- “Ctrl + F” दबाकर अपना नाम या EPIC नंबर खोजें
- EPIC नंबर वही है जिसे SIR फॉर्म में भरना अनिवार्य है।
2003 की वोटर लिस्ट ऑफलाइन कैसे मिलेगी?
अगर ऑनलाइन डाउनलोड झंझट लगता है, तो ये रास्ते अपनाएँ— नजदीकी तहसील कार्यालय, आपका विधानसभा कार्यालय, BLO (Booth Level Officer) BLO आपको 2003 की हार्डकॉपी या स्कैन लिस्ट देखने का पूरा अवसर देंगे।

अगर आपका नाम 2003 की लिस्ट में नहीं है तो?
एक्सपर्ट्स के अनुसार:
इससे आपका नाम नहीं कटेगा।
2003 की लिस्ट सिर्फ एक Reference Tool है—किसी को हटाने का हथियार नहीं।
SIR का उद्देश्य—
- गलतियां सुधारना
- डुप्लीकेट नाम हटाना
- नए वोटर्स जोड़ना
- एड्रेस अपडेट करना
अगर कोई mismatch मिले तो बस BLO से कन्फर्म कर दें। समाधान तुरंत हो जाएगा।
