
बलिया की सदर कोतवाली क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिला पंचायत में कार्यरत एक कर्मचारी की पत्नी और बेटे को कुछ दबंगों ने दिनदहाड़े लाठी-डंडों से पीट दिया। सबसे शर्मनाक बात ये कि पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल हो रहा है।
“मार पीट का LIVE टेलीकास्ट!”, दबंगों का सीधा मैसेज — कॉलोनी में हमारी चलेगी।
जिला पंचायत कॉलोनी में दबंगों ने अपना वर्चस्व दिखाने के लिए कर्मचारी की पत्नी और बेटे को सरेआम पीटा, मानो ये उनकी ज़मींदारी हो और बाकी सब प्रजा। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि लाठी-डंडों से किस तरह महिला और युवक को बेरहमी से मारा जा रहा है।
पीड़िता गीता देवी की आपबीती
गीता देवी ने बताया,
“मेरा बेटा सामान लेने गया था, तभी अरुण और उसके साथियों ने उस पर हमला कर दिया। मैं बीच-बचाव को आई तो मुझे भी बुरी तरह मारा और कपड़े तक फाड़ डाले। हमने सदर कोतवाली और सिविल लाइन चौकी में तहरीर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।”
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पुलिस को तहरीर दी, लेकिन कार्रवाई का इंतजार
जैसे हर दूसरी यूपी वाली घटना में होता है, इस बार भी पीड़ित परिवार ने पुलिस को तहरीर दी है। लेकिन अब तक की कार्रवाई वही पुराना ‘जांच की जा रही है’ वाला डायलॉग है।
सवाल ये उठता है:
क्या यूपी में दबंगों के लिए कोई संविधान से अलग कानून है?
या आम जनता को मार खाना ही सिस्टम की ‘न्याय व्यवस्था’ है?
सरेआम पिटती रहेंगी महिलाएं?
बलिया जैसे शहर में जहां कानून का राज होना चाहिए, वहां खुलेआम ‘लाठी राज’ देखने को मिल रहा है। क्या सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से ही अब न्याय मिलेगा? या इंतज़ार करना होगा किसी और बड़े हादसे का?
अब जनता पूछ रही है: ‘ये कैसा विकास है भाई?’
जब सरकारी कॉलोनी तक में लोग सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिक क्या उम्मीद करें?