
फिलीपींस का सेबू शहर इन दिनों मौत, आग और मलबे से जूझ रहा है। 3 नवंबर को एक्टिव हुआ चक्रवाती तूफान टाइफून टिनो अब तक 52 लोगों की जान ले चुका है, जबकि लाखों बेघर हो चुके हैं।
बारंगाय पाहिना सैन निकोलस में लगी भीषण आग ने पूरे इलाके को खाक कर दिया, वहीं कोलोन स्ट्रीट रातभर अंधेरे में डूबी रही।
गवर्नर पामेला बारिकुआत्रो ने बताया कि “टिनो” ने सेबू में सबकुछ तहस-नहस कर दिया — घर बह गए, सड़कें दलदल बन गईं, और बिजली-पानी की व्यवस्था ठप पड़ गई।
3 नवंबर को बना तूफान, 4 नवंबर को लैंडफॉल — मचा हाहाकार
‘काल्मेगी’ नाम से पहचान पाने वाला टाइफून 3 नवंबर को सक्रिय हुआ और अगले ही दिन विसायस क्षेत्र में लैंडफॉल किया। 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हवाओं ने समंदर को उफान पर ला दिया — मिंडानाओ, सेबू, लेयते और गुइमारास तक बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ।
हेलीकॉप्टर क्रैश ने बढ़ाई त्रासदी — 6 सैनिकों की मौत
तूफान से जूझते देश को उस वक्त और बड़ा झटका लगा जब सेना का सुपर ह्युई हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे में 6 सैन्य कर्मियों की मौके पर मौत हो गई। ईस्टमिनकॉम (Eastern Mindanao Command) ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि घटना की जांच जारी है।
अब वियतनाम-थाईलैंड की ओर बढ़ रहा ‘टिनो’
“टिनो” अब पश्चिमी फिलीपींस सागर को पार करते हुए वियतनाम और थाईलैंड की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 72 घंटों में ये तूफान दक्षिण-पूर्व एशिया के कई हिस्सों में विनाशकारी बारिश और तेज हवाओं का कारण बनेगा।

तबाही का आंकड़ा — आंकड़े जो रुला देंगे
- हवाओं की रफ्तार: 180 किमी/घंटा
- कुल मौतें: 52
- हेलीकॉप्टर क्रैश में मौतें: 6
- बेघर लोग: 4 लाख+
- बंदरगाहों पर फंसे लोग: 3,500+
- रद्द फ्लाइट्स: 180+
- बिजली/नेटवर्क: पूरी तरह ठप
सेबू की सड़कों पर सिर्फ कीचड़ और कूड़ा नहीं, बल्कि दर्द और डर की लकीरें भी बह रही हैं।
“टिनो” नाम सुनकर जो लोग इसे प्यारा सा टाइफून समझ बैठे थे, उन्हें अब पता चल गया कि इस ‘टिनो’ के पास इंसानियत से ज्यादा पावर थी — और वो भी ‘नेचर-मेड न्यूक्लियर’ लेवल की!
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