
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार को लेकर बड़ा प्रशासनिक फैसला जल्द सामने आ सकता है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि यूपी सरकार उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार देने की तैयारी कर रही है। प्रशांत कुमार को योगी आदित्यनाथ सरकार का भरोसेमंद और सख़्त मिज़ाज अफसर माना जाता है, जिनकी अगुआई में राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर कई बड़े ऑपरेशन अंजाम दिए गए हैं।
कौन हैं प्रशांत कुमार?
प्रशांत कुमार 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी हैं। उन्होंने लंबे समय तक यूपी में अहम पदों पर काम किया है। माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हो या नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान – प्रशांत कुमार की कार्यशैली को हमेशा सरकार का समर्थन मिला है।
क्या कहते हैं प्रशासनिक संकेत?
सूत्रों के अनुसार इस संबंध में केंद्र सरकार से भी चर्चा की गई है, और गृह मंत्रालय की सहमति के बाद ही अंतिम मुहर लगेगी। यदि ऐसा होता है, तो प्रशांत कुमार उन गिने-चुने IPS अधिकारियों में होंगे जिन्हें सेवानिवृत्ति के बाद भी सेवा विस्तार मिला हो।
क्या है उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि?
-
कानून-व्यवस्था में सख़्ती
-
एंटी-माफिया ऑपरेशन
-
गैंगस्टर एक्ट और POCSO मामलों में तेजी से कार्रवाई
-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के अहम स्तंभ
अगर यह सेवा विस्तार तय होता है, तो इसका साफ़ मतलब होगा कि योगी सरकार प्रशासनिक स्थिरता और कड़े पुलिस रवैये को बनाए रखना चाहती है। प्रशांत कुमार की छवि एक कर्मठ, निडर और नतीजे देने वाले अफसर की रही है। अब सबकी निगाहें सरकार के आधिकारिक ऐलान पर टिकी हैं।