
त्रिपुरा को जल्द ही क्रिकेट का इंटरनेशनल तड़का लगने वाला है! मुख्यमंत्री माणिक साहा ने नरसिंहगढ़, अगरतला में राज्य के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की घोषणा कर दी है — और डेडलाइन है दिसंबर 2025!
“अब तक मैदान राजनीति का था, अब बैट चलेगा और बल्ले से जवाब मिलेगा!”
2017 में काम बिखरा था, अब होगा Boundary पार!
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में जब उन्होंने स्टेडियम निर्माण साइट का दौरा किया था, वहां हालात ऐसे थे जैसे पिच पर बारिश हो गई हो और अंपायर छुट्टी पर हों। काम बेतरतीब था, योजनाएं रजाई में सो रही थीं। अब, नई TCA कमेटी और सरकार के दबाव से प्रोजेक्ट मैदान में दौड़ने लगा है।
राजनीति ने किया था क्रिकेट को ‘Run Out’?
साहा जी ने ex-CPI(M) सरकार को “political LBW” कर दिया। उनका दावा — पहले रणजी टीम का चयन सीधे पार्टी ऑफिस से होता था, न कि नेट प्रैक्टिस से।
“जो बैट पकड़ना जानते थे, वो बाहर बैठे थे, और जो पोस्टर चिपकाते थे, वो फर्स्ट क्लास खेल रहे थे!”
अब चयन नहीं होगा Selection Committee से भी ऊपर!
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब खिलाड़ी का स्कोर देखेंगे, स्कार्फ नहीं। सरकार ने खेल, नौकरी और भर्ती में पारदर्शिता को ही कोच बना लिया है। योग्यता ही टिकट है, पार्टी कार्ड नहीं।
सिर्फ स्टेडियम नहीं, सपनों का रनवे बनेगा ये प्रोजेक्ट
राज्य सरकार न सिर्फ इंटरनेशनल स्टेडियम बना रही है, बल्कि पूरे त्रिपुरा में खेल अवसंरचना का चौका मारने जा रही है। कमालपुर, जहां आज एक सेलिब्रिटी T10 मैच खेला गया, वहीं कल एक रणजी हीरो निकल सकता है।
“इस बार खेल होगा, राजनीतिक बॉलिंग एकदम नो-बॉल होगी!”
Tripura की Youth अब सिर्फ डिग्री नहीं, डगआउट भी देखेगी
त्रिपुरा का यह स्टेडियम राज्य को सिर्फ मैच नहीं देगा, बल्कि अवसर देगा — Northeast से इंडिया XI तक की सीधी टिकट।
राजनीति से हटकर खेल को बढ़ावा देना ही इस पहल की सबसे बड़ी जीत है।
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