
हर रविवार वही कहानी – पत्नी सुबह-सुबह उठकर चाय, झाड़ू, बर्तन। और मिया जी? उठते हैं मुंह पर उबासी लेकर और अखबार खोलकर कह देते हैं – “आज तो संडे है!”
जेडीयू छोड़ आरसीपी पहुंचे जनसुराज में, अब PK संग नई राजनीति के मैदान में उतरलें!
लेकिन जनाब, संडे सिर्फ आपका नहीं होता – बीवी का भी होता है!
तो आइए आज रोल्स बदलते हैं!
मिया जी उठाएं झाड़ू – और थोड़ा म्यूजिक चला लें, सफाई में चार चांद लगेंगे। लंच में ट्राय करें किचन के ज़रा राज़ – मैगी, अंडा भुर्जी या फिर फ्राई पनीर से शुरुआत करें। कपड़े धोने में तो आजकल मशीन भी साथ देती है – बस डिटरजेंट और मशीन का रिश्ता जमाइए।
बीवी ऑन ब्रेक = घर में खुशियों की रेनबो
जब मिया जी किचन में घुसते हैं और झाड़ू पकड़ते हैं, तो बीवी को लगता है –
“चलो आज मेरा संडे सच में स्पेशल है!”
थोड़ी मस्ती, थोड़ी चाय संग Netflix, और दिनभर बीवी के चेहरे पर जो स्माइल होती है, उसकी कीमत न बर्तन से है, न झाड़ू से – वो समझदारी और पार्टनरशिप से आती है।
रिलेशनशिप टिप – ये सिर्फ काम नहीं, प्यार है!
पति जब पत्नी के हिस्से का काम करते हैं, तो वो थकती नहीं – बल्कि और जुड़ती हैं। क्योंकि प्यार तब और गहरा होता है, जब झाड़ू भी साथ चलती है और बेलन भी… प्यार से रोटी बेलता है।
आज संडे है – और ये हर बीवी का हक है कि उसे भी एक दिन छुट्टी मिले। तो राजरानी, पीछे मत हटिए – मिया जी से कहिए:
“झाड़ू पकड़ो, सब्जी काटो, चाय बनाओ – आज मैं रेस्ट करूंगी, तुम्हारी बारी है!”
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