
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार अपने गृह राज्य गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। वडोदरा एयरपोर्ट से एयरफोर्स गेट तक करीब 1 किलोमीटर लंबा रोड शो, जिसे ‘सिंदूर सम्मान यात्रा’ नाम दिया गया, से इस दौरे की शुरुआत हुई।
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इसमें विशेष रूप से कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार भी शामिल हुआ, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर फूल बरसाकर अभिवादन किया। इस प्रतीकात्मक यात्रा ने देश के सैन्य सम्मान और राजनीति के संगम का दृश्य प्रस्तुत किया।
9000 हॉर्सपावर का लोको, 24,000 करोड़ की रेलवे योजनाएं
इसके बाद पीएम मोदी दाहोद पहुंचे जहां उन्होंने एक भव्य लोकोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग शॉप का उद्घाटन किया। यहां से देश को मिला 9000 हॉर्सपावर वाला लोको इंजन और 24,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाएं।”
भुज, गांधीनगर और अहमदाबाद में पीएम मोदी रोड शो, जनसभा और शहरी विकास मंत्रालय के कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इन दो दिनों में वे कुल 77,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं राज्य को समर्पित करेंगे।
बिरसा मुंडा की प्रतिमा से सम्मानित
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पीएम मोदी को बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया — एक सांकेतिक संदेश कि आदिवासी वोट बैंक को भी साधा जा रहा है।
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गुजरात दौरा एक राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन, भावनात्मक प्रतीकों, और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का मेल है। 9000 हॉर्सपावर का लोकोमोटिव हो या 77,000 करोड़ की घोषणाएं — सवाल यही है कि क्या यह “विकास” ज़मीन पर उतरेगा या सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट तक सीमित रहेगा?